गोरखपुर: पिटाई से व्यक्ति की मौत पर हंगामा, शव रखकर चक्का जाम, पुलिस लाठीचार्ज

गोरखपुर में एक व्यक्ति की पिटाई से मौत के बाद परिजनों ने शव रखकर चक्का जाम किया, पुलिस के लाठीचार्ज से तनाव बढ़ा।

Tue, 21 Oct 2025 16:15:45 - By : Tanishka upadhyay

गोरखपुर में पिटाई से घायल हुए एक व्यक्ति की 16 दिन बाद मौत हो जाने के बाद मंगलवार सुबह इलाके में तनाव फैल गया। मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने खजनी रोड पर शव रखकर चक्का जाम कर दिया। मौके पर अफरातफरी मच गई। पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों ने लोगों को समझाने की कोशिश की लेकिन भीड़ नहीं मानी। हालात बिगड़ते देख पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। जैसे ही पुलिस ने लाठी चलाई, लोग पीछे हटे तो पुलिस ने मौका देखते ही शव को उठाकर पिकअप में लाद लिया। परिवारजन रोते-बिलखते गाड़ी पर चढ़ गए और फिर भीड़ दोबारा मौके पर पहुंच गई जिससे पुलिस और परिजनों के बीच झड़प हो गई।

स्थिति नियंत्रण से बाहर जाती देख पुलिसकर्मियों को पीछे हटना पड़ा। मृतक के परिजन फिर से खाट पर शव रखकर धरने पर बैठ गए। इसके बाद एसडीएम सदर और एसपी नार्थ मौके पर पहुंचे और परिजनों से बातचीत की। लगभग चार घंटे तक चले इस टकराव के बाद सुबह करीब 11.30 बजे शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया। परिजन मांग कर रहे थे कि मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता और एक सदस्य को नौकरी दी जाए। साथ ही नौसड़ चौकी इंचार्ज के खिलाफ कार्रवाई की जाए क्योंकि उन पर आरोप है कि वे हमलावरों को बचा रहे हैं।

पूरा मामला नौसड़ के जवाहर चक गांव का है। यहां रहने वाले हनुमान चौहान उम्र 40 वर्ष का दुर्गा पूजा के दौरान पंडाल लगाने को लेकर विवाद हो गया था। आरोप है कि 4 अक्टूबर को गांव के ही रोशन चौहान और उसके साथियों ने हनुमान पर हमला कर दिया था। हमले में हनुमान के सिर में गंभीर चोट आई थी। परिजनों ने पहले जिला अस्पताल और फिर मेडिकल कॉलेज में इलाज कराया, जहां डॉक्टरों ने उसे लखनऊ रेफर कर दिया। लगभग 16 दिन इलाज के बाद दिवाली के दिन यानी 20 अक्टूबर को हनुमान की लखनऊ में मौत हो गई।

सुबह करीब 6 बजे जब परिजन शव लेकर गोरखपुर लौटे, तो नाराज ग्रामीणों ने खजनी रोड पर जाम लगा दिया। कई थानों की पुलिस फोर्स मौके पर पहुंची, लेकिन भीड़ शांत नहीं हुई। नौसड़ तिराहे पर पुलिस चौकी के सामने भी लोग प्रदर्शन करने लगे। मृतक की पत्नी लक्ष्मीना चौहान ने पुलिस पर लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि चौकी इंचार्ज ने मामले को हल्की धारा में दर्ज किया ताकि आरोपी बच जाएं। लक्ष्मीना ने आरोप लगाया कि रोशन चौहान ने उसके पति पर पीछे से लाठी से वार किया था और बाकी लोग भी इसमें शामिल थे।

चक्काजाम के कारण इलाके में आवागमन ठप हो गया। दूध और ब्रेड की गाड़ियां फंस जाने से शहर में सप्लाई प्रभावित हुई और लोग सुबह से परेशान रहे। दुकानदारों के अनुसार सुबह के समय दूध नहीं आने से ग्राहकों को खाली हाथ लौटना पड़ा।

हनुमान घर पर किराना की दुकान चलाता था। वह चार भाइयों में सबसे छोटा था। पहली पत्नी की मौत के बाद उसने दूसरी शादी लक्ष्मीना से की थी। उससे एक बेटा और एक बेटी है। पहली पत्नी से हुई बेटी की शादी हो चुकी है। परिवार इस समय गहरे सदमे में है।

एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि पुलिस ने परिवार को समझाया है और जाम हटवा लिया गया है। परिवार को सहायता दिलाने के प्रयास किए जा रहे हैं। एक आरोपी रोशन चौहान को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जबकि बाकी आरोपियों की तलाश जारी है। जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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