Tue, 02 Dec 2025 15:35:26 - By : Tanishka upadhyay
कानपुर: दुबई की एक कंपनी को 24 करोड़ रुपये का चूना लगाने और शहर के एक बुजुर्ग तथा उनके दुबई में कार्यरत बेटे से 42 लाख रुपये की ठगी करने के मामले में वांछित रहे 10 हजार के इनामी आरोपित अब्दुल करीम को पुलिस ने देहरादून से गिरफ्तार कर लिया है। तीन राज्यों में फैली उसकी धोखाधड़ी की कहानी कई वर्षों से अधिकारियों के लिए चुनौती बनी हुई थी। लंबी तलाश के बाद रविवार शाम सर्विलांस की मदद से पुलिस टीम ने उसे न्यू डिफेंस एन्क्लेव गेट के पास से पकड़ा।
परेड के नवाब इब्राहीम हाता निवासी अब्दुल करीम ने कोतवाली थाने में जनवरी 2025 में नई दिल्ली के मालवीय नगर निवासी रवीन्द्रनाथ सोनी के खिलाफ अमानत में खयानत और धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया था। शिकायत के अनुसार, वर्ष 2021 में बेटे तलहा करीम को दुबई स्थित ब्लूचिप कमर्शियल ब्रोकर एंड ब्लूचिप ग्रुप आफ कंपनीज की ओर से निवेश से जुड़ी कॉल मिलने लगीं। कॉल में 36 से 46 माह में रकम दोगुनी होने का दावा किया गया। प्रदत्त जानकारी और योजनाओं से प्रभावित होकर तलहा ने कई बार कंपनी के कथित मालिक रवीन्द्रनाथ से मुलाकात भी की, जहां उसे उच्च लाभांश के कई प्रस्ताव दिए गए।
बेटे ने विश्वास में आकर अपने एचडीएफसी बैंक खाते से 42 लाख 29 हजार 600 रुपये रवीन्द्रनाथ के बताए बैंक खाते में ट्रांसफर कर दिए। लेकिन जब भी पिता-पुत्र निवेश पर लाभ की जानकारी लेते, रवीन्द्र लगातार बहाने बनाता रहा। कुछ ही समय बाद उसके और उसकी पत्नी के मोबाइल नंबर बंद हो गए और कंपनी की वेबसाइट भी अचानक गायब कर दी गई, जिससे ठगी की आशंका स्पष्ट होने लगी।
जांच के दौरान खुलासा हुआ कि रवीन्द्रनाथ दुबई की एक कंपनी से भी भारत में व्यापार विस्तार के नाम पर जुड़ा रहा था। उस कंपनी ने उसे 10.05 मिलियन दिरहम यानी लगभग 24 करोड़ रुपये सौंपे थे, जिन्हें उसने गबन कर लिया। दुबई की अदालत ने बीते वर्ष उसे रकम वापस करने का आदेश दिया था, लेकिन उसने एक भी रुपया नहीं लौटाया।
एडीसीपी पूर्वी अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि आरोपित पर पहले से गैर जमानती वारंट जारी था और कोर्ट ने कुर्की की उद्घोषणा भी कर दी थी। लगातार सर्विलांस और तलाश के बाद पुलिस को उसके देहरादून में छिपे होने की सूचना मिली और उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
कोतवाली प्रभारी जगदीश पांडेय ने बताया कि आरोपित के खिलाफ अलीगढ़ के इगलास और लखनऊ के विकासनगर थाने में भी मुकदमे दर्ज हैं। पुलिस अब उससे पूछताछ कर ठगी के बड़े नेटवर्क और अन्य संभावित पीड़ितों की जानकारी जुटा रही है। इधर, पीड़ित परिवार ने गिरफ्तारी को राहत का कदम बताया है और न्याय की उम्मीद जताई है।