Sun, 30 Nov 2025 10:44:59 - By : Palak Yadav
वाराणसी में निर्वाचन आयोग के निर्देश पर विधानसभा मतदाता सूची का विशेष सघन पुनरीक्षण जारी है। बीएलओ द्वारा घर घर जाकर कराए जा रहे सत्यापन में अब तक 38000 मृतक पाए गए हैं, जिनके नाम मतदाता सूची से हटाए जाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके अलावा हजारों ऐसे लोग भी सामने आए हैं जो अपने पते पर उपलब्ध नहीं मिले। आयोग की ओर से इन सभी को नोटिस भेजा जाएगा और निर्धारित समय में जवाब न मिलने पर उनका नाम हटाने पर निर्णय लिया जाएगा।
चार दिसंबर गणना प्रपत्र भरने की अंतिम तिथि है। इसी बीच मतदाता फॉर्म की ऑनलाइन फीडिंग और डिजिटाइजेशन की प्रक्रिया भी तेजी से चल रही है। जिले में यह कार्य अब तक लगभग 50 प्रतिशत पूरा हो चुका है। अधिकारियों का कहना है कि तय समय सीमा के भीतर यह प्रक्रिया पूर्ण करने के लिए प्रयास जारी हैं। हालांकि कई मतदाताओं ने शिकायत की है कि फॉर्म भरने के लिए आयोग की वेबसाइट अक्सर पूरे दिन उपलब्ध नहीं रहती, जिससे ऑनलाइन आवेदन करने में दिक्कत हो रही है।
मतदाताओं तक फॉर्म पहुंचाने और उन्हें भरवाने के लिए पूरा प्रशासनिक तंत्र सक्रिय कर दिया गया है। गांवों में पंचायत कर्मी और शहरों में विभिन्न स्तर के अधिकारी घर घर जाकर लोगों को गणना प्रपत्र भरने के लिए जागरूक कर रहे हैं। बूथों पर बीएलओ के साथ लेखपाल, कानूनगो, ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत अधिकारी, प्रधानाध्यापक, सफाई कर्मचारी और अन्य कर्मी भी तैनात किए गए हैं ताकि पुनरीक्षण कार्य समय पर पूरा किया जा सके।
मंडलायुक्त एस राजलिंगम ने शनिवार को कई बूथों का निरीक्षण कर एसआईआर की प्रगति का जायजा लिया। उन्होंने हरहुआ क्षेत्र के पूर्व माध्यमिक विद्यालय रमदत्तपुर में मतदाताओं से बातचीत की और बीएलओ से घर घर सत्यापन और फॉर्म भरने की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि विशेष पुनरीक्षण का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र नागरिकों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों और कोई भी व्यक्ति छूटे नहीं।
निरीक्षण के दौरान कुछ लोगों ने शिकायत की कि उनके नाम सूची में दर्ज नहीं हैं। मंडलायुक्त ने ऐसे मतदाताओं को गणना प्रपत्र भरकर बीएलओ को देने और अपने आस पड़ोस के लोगों को भी जागरूक करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि जिन अधिकारियों और कर्मचारियों द्वारा एसआईआर कार्य समय पर और सौ प्रतिशत पूरा किया जाएगा, उन्हें पुरस्कृत और सम्मानित किया जाएगा।
मंडलायुक्त ने वर्ष 2003 की मतदाता सूची से वर्ष 2025 की सूची की पूरी मैपिंग कराते हुए डिजिटाइजेशन कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि गुणवत्तापूर्ण पुनरीक्षण से ही एक सटीक और पारदर्शी मतदाता सूची तैयार हो सकेगी, जो लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती के लिए बेहद आवश्यक है।