वृंदावन में ठाकुर बांके बिहारी मंदिर गुरुवार को श्रद्धालुओं की असाधारण भीड़ से भर गया। यह स्थिति अचानक नहीं बनी, बल्कि पिछले कुछ दिनों से बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर आचार्य धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की सनातन एकता पदयात्रा को लेकर शहर में बढ़ते उत्साह का स्वाभाविक परिणाम रही। देश के विभिन्न प्रांतो से लोग पदयात्रा में शामिल होने और शास्त्री के दर्शन की इच्छा से पहले ही वृंदावन पहुंच चुके थे। यही कारण रहा कि गुरुवार को मंदिर परिसर में श्रद्धालुओं का दबाव तेजी से बढ़ा और सामान्य दिनों की तुलना में भीड़ अप्रत्याशित रूप से अधिक दिखाई देने लगी। मंदिर प्रबंधन और पुलिस प्रशासन को श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए अतिरिक्त इंतजाम करने पड़े ताकि किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या दुर्घटना की संभावना को रोका जा सके।
सुबह जब मंदिर के पट खुले तो स्थिति सामान्य थी। उस समय श्रद्धालुओं की संख्या भी सामान्य दिनों की तरह ही थी। लेकिन कुछ ही देर में मंदिर की ओर आने वाले लोगों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी। गलियों से लेकर मुख्य द्वार तक भक्तों की कतारें लंबी होती गईं। भीड़ बढ़ने के साथ ही मंदिर परिसर के अंदर दबाव की स्थिति बन गई और गलियों में भी आवाजाही मुश्किल होने लगी। पुलिस ने तुरंत बैरियर पर श्रद्धालुओं को रोकना शुरू किया और भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कुछ देर तक गेट पर प्रवेश को धीमा कर दिया गया। इसके बावजूद भक्तों का उत्साह कम नहीं हुआ और उन्होंने आपाधापी के बीच ठाकुर बांके बिहारी के दर्शन किए।
भीड़ के बीच कई श्रद्धालुओं ने बताया कि उन्हें गुरुवार को इतनी भीड़ की उम्मीद नहीं थी। मंदिर की गली नंबर तीन में दर्शन के लिए पहुंचे रतलाम निवासी रघुवीर सिंह ने कहा कि वे अपने परिवार के साथ दर्शन करने आए हैं और उन्हें लगा था कि गुरुवार को भीड़ सामान्य रहेगी, लेकिन अचानक बढ़े दबाव के कारण उन्हें कठिनाई का सामना करना पड़ा। इसी तरह भीलवाड़ा से आए संदीप सेठी ने बताया कि वे वृंदावन मुख्य रूप से सनातन एकता पदयात्रा में शामिल होने आए हैं। पदयात्रा कोसी पहुंच चुकी है और वे शुक्रवार से इसमें जुड़ेंगे। उन्होंने कहा कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के प्रति लोगों में बढ़ते आकर्षण के कारण वृंदावन में माहौल अलग ही दिख रहा है और मंदिरों में भक्तों की संख्या रोज बढ़ रही है।
मंदिर के पुजारियों और प्रबंधन ने बताया कि अचानक बढ़ी भीड़ के कारण उन्हें सुरक्षा और सुविधाओं पर विशेष ध्यान देना पड़ा। प्रवेश द्वारों पर अतिरिक्त स्वयंसेवक तैनात किए गए, गलियों में मास्टर लाइनिंग की व्यवस्था की गई और भीड़ को छोटे समूहों में विभाजित कर अंदर भेजने का प्रयास किया गया। स्थानीय पुलिस ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा सर्वोपरि है और भीड़ बढ़ने पर तुरंत नियंत्रित तरीके से मार्ग व्यवस्थित किए जाते हैं। अधिकारियों ने कहा कि अगले कुछ दिनों में पदयात्रा के कारण भीड़ और बढ़ने के आसार हैं, इसलिए सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत किया जाएगा।
वृंदावन में धार्मिक आयोजन और यात्राएं हमेशा बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं को आकर्षित करती हैं, लेकिन धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री की लोकप्रियता ने इसे एक अलग स्तर पर पहुंचा दिया है। शहर की गलियां, धर्मशालाएं और होटल भक्तों से भरे पड़े
वृंदावन के बांके बिहारी मंदिर में श्रद्धालुओं की अप्रत्याशित भीड़, प्रबंधन ने की विशेष व्यवस्था

वृंदावन के ठाकुर बांके बिहारी मंदिर में धीरेंद्र शास्त्री की पदयात्रा के कारण श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी, पुलिस ने व्यवस्था संभाली।
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