News Report
Search Icon
TRUTH BEHIND THE NEWS

आगरा: दूध पीने के बाद दो मासूम बच्चों की संदिग्ध मौत, परिवार में मचा कोहराम

आगरा: दूध पीने के बाद दो मासूम बच्चों की संदिग्ध मौत, परिवार में मचा कोहराम

आगरा के कागारौल में हृदयविदारक घटना, दूध पीने के बाद दो मासूम बच्चों की संदिग्ध मौत से परिवार में कोहराम मच गया, पुलिस और फोरेंसिक टीम जांच में जुटी, कारणों की तलाश जारी है।

आगरा: कागारौल कस्बे में गुरुवार की रात एक हृदयविदारक घटना ने पूरे क्षेत्र को शोक और सन्नाटे में डुबो दिया। मोहल्ला करबला निवासी पशु व्यापारी भूरा के दो मासूम बच्चों ग्यारह माह का बेटा अवान और दो वर्षीया बेटी माहिरा की रहस्यमयी परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। परिवार द्वारा दूध पिलाने के कुछ ही समय बाद दोनों की हालत बिगड़ी और देखते ही देखते उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची है और जांच की प्रक्रिया जारी है, लेकिन अब तक मौत के कारणों की स्पष्ट पुष्टि नहीं हो सकी है।

घटना उस समय हुई जब गुरुवार को भूरा अपने पूरे परिवार के साथ आगरा शहर में आयोजित एक धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होकर रात में घर लौटे थे। देर रात तकरीबन 10 बजे के आसपास भूरा पास ही स्थित बच्चू रावत की डेयरी से एक लीटर दूध लेकर आए थे। घर पहुंचने पर मां मुस्कान ने उसी दूध को उबालकर अपने दोनों बच्चों को पिलाया और फिर उन्हें सुला दिया। करीब आधा लीटर दूध बचा रह गया था। रात लगभग 12 बजे जब मां मुस्कान की नींद खुली, तो उन्होंने देखा कि बच्चे सामान्य रूप से सांस नहीं ले रहे थे और उनमें कोई हरकत नहीं हो रही थी। उन्होंने शोर मचाया, जिससे पूरे घर में हड़कंप मच गया।

परिजन आनन-फानन में बच्चों को लेकर नजदीकी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने अवान को मृत घोषित कर दिया। माहिरा की सांसें उस वक्त तक चल रही थीं, लिहाज़ा उसे तत्काल दिल्ली गेट स्थित एक निजी अस्पताल ले जाया गया, लेकिन भर्ती न किए जाने पर परिवार उसे एक अन्य अस्पताल लेकर गया, जहां इलाज के दौरान उसकी भी मृत्यु हो गई। इस हृदयविदारक हादसे के बाद परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा और पूरे मोहल्ले में शोक की लहर दौड़ गई।

शुक्रवार सुबह पुलिस को घटना की जानकारी मिली। एसीपी सैंया सुकन्या शर्मा पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचीं और पूरे घटनाक्रम की जानकारी ली। उन्होंने बताया कि मृतकों के पिता भूरा ने दूध में किसी प्रकार के विषाक्त पदार्थ की आशंका जताई है, लेकिन उन्होंने पोस्टमार्टम कराने से साफ इनकार कर दिया। इसके अलावा परिवार की ओर से पुलिस को अब तक कोई तहरीर भी नहीं सौंपी गई है। फिर भी पुलिस ने एहतियातन कार्रवाई करते हुए फोरेंसिक टीम को बुलाया और घर में मौजूद दूध तथा उस डेयरी से लिए गए सैंपल को परीक्षण के लिए प्रयोगशाला भेज दिया गया है।

घटनास्थल से करीब आधा किलोमीटर दूर स्थित बच्चू रावत की डेयरी, जहां से दूध लाया गया था, अब जांच के घेरे में है। खाद्य विभाग की टीम भी शुक्रवार को डेयरी पर पहुंची और सैंपल लिए। टीम को देखकर आसपास के कई दूध विक्रेताओं ने दुकानें बंद कर दीं और भाग खड़े हुए, जिससे संदेह और गहरा गया है। हालांकि बच्चू रावत पिछले चार दशकों से क्षेत्र में दूध का कारोबार कर रहे हैं और उनकी छवि अब तक साफ रही है। खुद एसीपी सुकन्या शर्मा ने बताया कि क्षेत्र में किसी अन्य व्यक्ति ने दूध पीने के बाद किसी तरह की स्वास्थ्य समस्या की शिकायत नहीं की है।

फिलहाल, पुलिस फोरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार कर रही है, जिससे बच्चों की मौत के वास्तविक कारणों का खुलासा हो सके। जब तक रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक दूध की गुणवत्ता और उसमें किसी बाहरी रासायनिक तत्व की मौजूदगी को लेकर अटकलें बनी रहेंगी। इस संवेदनशील मामले ने एक बार फिर मिलावटी या संदिग्ध खाद्य पदार्थों की निगरानी और नियंत्रण के प्रति सतर्कता की आवश्यकता को रेखांकित किया है।

बच्चों की मौत से पूरे इलाके में मातम पसरा हुआ है। पीड़ित परिवार के लोगों की आंखों से आंसू थम नहीं रहे हैं और वे लगातार यही सवाल कर रहे हैं कि आखिर ऐसा क्या हुआ जो चंद घंटों में उनके जीवन का केंद्र रहे दो मासूम उनसे हमेशा के लिए छिन गए। पुलिस प्रशासन की ओर से मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए आगे की कार्रवाई सतर्कता के साथ की जा रही है।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL

LATEST NEWS