Wed, 19 Nov 2025 12:54:12 - By : Shriti Chatterjee
अयोध्या में राम मंदिर परिसर में होने वाले ध्वजारोहण समारोह को लेकर तैयारियां तेजी से आगे बढ़ रही हैं. काशी के विद्वान पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड ने इस महत्वपूर्ण अनुष्ठान का मुहूर्त निर्धारित किया है. उन्होंने बताया कि 25 नवंबर को विवाह पंचमी की तिथि पर 30 मिनट का सर्वश्रेष्ठ समय उपलब्ध है जिसमें बालक राम मंदिर पर ध्वजारोहण किया जाएगा. पंडित गणेश्वर शास्त्री द्रविड को इससे पहले राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का मुहूर्त देने का भी अवसर मिला था, इसलिए इस आयोजन में उनकी भूमिका एक बार फिर प्रमुख मानी जा रही है.
ध्वजारोहण समारोह में काशी और दक्षिण भारत के 108 वैदिक विद्वानों के शामिल होने की तैयारी है. अनुष्ठान पांच दिन पहले ही आरंभ कर दिए जाएंगे जिसके लिए सभी विद्वान 19 नवंबर को अयोध्या पहुंचेंगे. अनुष्ठानों की शुरुआत गणपति पूजन और चतुर्वेद पारायण के साथ होगी. पहले दिन यज्ञ कुंड में गणपति पूजन के साथ चतुर्वेद के मंत्रों का पाठ किया जाएगा. इसके बाद मंडल स्थापना और अग्नि देव की स्थापना की प्रक्रिया पूरी की जाएगी जिसके पश्चात नवग्रह पूजन संपन्न होगा. हवन के बाद यज्ञ मंडप के चारों द्वारों का अलग अलग सूक्त और पारायण के साथ विस्तृत पूजन होगा. इन सभी विधियों के बाद 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में ध्वजारोहण संपन्न किया जाएगा.
इस आयोजन के लिए काशी प्रांत से उन लोगों को भी आमंत्रित किया गया है जिन्हें प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रण नहीं मिल सका था. इस सूची में चंदौली, भदोही, मिर्जापुर, सोनभद्र, गाजीपुर, जौनपुर, मछलीशहर, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रयागराज और कौशांबी से आने वाले आदिवासी समाज, सामाजिक कार्यकर्ता और विभिन्न विशिष्ट समुदायों के लोग शामिल हैं. सभी आगंतुकों के ठहरने की व्यवस्था कारसेवकपुरम में की गई है जहां पूरे आयोजन के दौरान आवास और आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी. अयोध्या में इस कार्यक्रम को लेकर उत्साह लगातार बढ़ रहा है और स्थानीय प्रशासन से लेकर मंदिर ट्रस्ट तक सभी संबंधित विभाग व्यवस्थाओं को सुचारू रखने के लिए लगातार समीक्षा कर रहे हैं.