बिसौली: प्राचीन रामलीला कमेटी मैदान में 177 वर्षीय झंडी स्थल क्षतिग्रस्त, नगरवासी आक्रोशित

बिसौली में अज्ञात असामाजिक तत्वों ने 177 वर्ष पुराने झंडी स्थल को क्षतिग्रस्त किया, जिससे नगरवासियों की आस्था को ठेस पहुंची।

Sat, 20 Dec 2025 23:51:37 - By : SUNAINA TIWARI

बिसौली : नगर की धार्मिक आस्था और सांस्कृतिक विरासत पर आघात पहुंचाने वाली एक गंभीर घटना सामने आई है। प्राचीन रामलीला कमेटी के मैदान में स्थित करीब 177 वर्ष पुराने झंडी स्थल को अज्ञात असामाजिक तत्वों ने तोड़फोड़ कर क्षतिग्रस्त कर दिया। इस कृत्य से न केवल ऐतिहासिक धरोहर को नुकसान पहुंचा है बल्कि नगरवासियों की आस्था को भी गहरी ठेस लगी है। घटना की जानकारी मिलते ही पूरे नगर में आक्रोश का माहौल बन गया और श्रद्धालुओं में भारी दुख व्याप्त हो गया।

जानकारी के अनुसार अज्ञात लोगों ने झंडी स्थल पर बने चबूतरे को तोड़ डाला। इसके साथ ही वहां स्थापित राम दरबार और गणेश जी की टाइल्स की प्रतिमाओं को भी क्षतिग्रस्त कर दिया गया और कुछ प्रतिमाएं वहां से उठा ली गईं। यह स्थल वर्षों से नगर की धार्मिक परंपरा और सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक रहा है। पीढ़ियों से श्रद्धालु यहां श्रद्धा के साथ आते रहे हैं और रामलीला आयोजन के दौरान यह स्थान विशेष महत्व रखता है।

घटना की सूचना मिलते ही रामलीला कमेटी के महामंत्री नीरज पाराशरी रात में ही अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने बताया कि बीते कुछ समय से कुछ शराबी और असामाजिक तत्व रामलीला मैदान को शराब पीने का अड्डा बना रहे थे। जब उन्हें समझाया गया कि यह स्थल प्रभु श्रीराम की लीला और भक्ति से जुड़ा हुआ है और यहां इस प्रकार की गतिविधियां अनुचित हैं, तो उन्होंने विवाद करना शुरू कर दिया था। इसी क्रम में पूर्व में इस संबंध में मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत भी दर्ज कराई गई थी।

आशंका जताई जा रही है कि शिकायत से नाराज होकर ही असामाजिक तत्वों ने बीती रात झंडी स्थल को निशाना बनाया और इस निंदनीय घटना को अंजाम दिया। घटना के बाद रामलीला कमेटी और नगर के संभ्रांत नागरिकों ने दोषियों की जल्द पहचान कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है। लोगों का कहना है कि यदि ऐसे ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों की सुरक्षा को लेकर ठोस कदम नहीं उठाए गए तो भविष्य में इस तरह की घटनाएं दोहराई जा सकती हैं।

नगरवासियों ने प्रशासन से झंडी स्थल पर स्थायी सुरक्षा व्यवस्था, सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने और नियमित पुलिस गश्त की मांग की है। उनका कहना है कि धार्मिक आस्था से जुड़े स्थलों की सुरक्षा सुनिश्चित करना प्रशासन की जिम्मेदारी है ताकि असामाजिक तत्वों के हौसले पस्त किए जा सकें। घटना की जानकारी मिलने पर कार्यवाहक अध्यक्ष जगतपाल मिश्रा, बृजवासी मिश्रा, नीरज पाराशरी, अजय मिश्रा, प्रभाकर, मुकेश मिश्रा, जीतेश मिश्रा, गिरीश मिश्रा, मुनीश मिश्रा, ठाकुर शैलेंद्र सिंह, राजेंद्र मिश्रा, ठाकुर राजेश सिंह, माधव यादव, श्याम सिंह यादव, नन्हे यादव सहित बड़ी संख्या में लोग मौके पर पहुंचे और गहरा रोष व्यक्त किया।

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