Sun, 17 Aug 2025 09:25:49 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
नई दिल्ली : देश में उपराष्ट्रपति चुनाव अब कुछ ही हफ्तों की दूरी पर है। ऐसे में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और एनडीए गठबंधन ने अपने संभावित उम्मीदवार के चयन को लेकर रणनीतिक बैठकों की गति तेज कर दी है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, भाजपा आज इस मुद्दे पर अहम बैठक करने जा रही है, जबकि 19 अगस्त को एनडीए के घटक दलों की बैठक प्रस्तावित है। माना जा रहा है कि इसी बैठक में सत्तारूढ़ गठबंधन उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार का नाम औपचारिक रूप से तय कर सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स और राजनीतिक गलियारों में चर्चा में कई दिग्गज नेताओं और संवैधानिक पदों पर आसीन व्यक्तित्वों के नाम सामने आ रहे हैं। इनमें दिल्ली के उपराज्यपाल वी.के. सक्सेना, बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान, गुजरात के राज्यपाल आचार्य देवव्रत्त, कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत, सिक्किम के राज्यपाल ओम माथुर और जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा शामिल हैं। इन नामों को लेकर भाजपा और एनडीए के भीतर गहन मंथन चल रहा है।
इसी कड़ी में यह भी कयास लगाए जा रहे हैं कि संघ से लंबे समय से जुड़े वरिष्ठ विचारक शेषाद्री चारी को भी उम्मीदवार बनाया जा सकता है। वहीं, मौजूदा राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश का नाम भी संभावित सूची में शामिल है। हरिवंश का बिहार से गहरा जुड़ाव है और आने वाले समय में राज्य में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि उन्हें इस संवैधानिक पद पर लाकर राजनीतिक संदेश भी दिया जा सकता है।
भाजपा नेताओं का कहना है कि पार्टी इस बार ऐसे नेता को उम्मीदवार बनाना चाहती है, जो संगठन की विचारधारा के साथ-साथ राष्ट्रीय राजनीति में भी स्वीकार्यता रखता हो। यही वजह है कि पिछले एक महीने में कई राज्यपालों और उपराज्यपालों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भेंट की है। इन मुलाकातों को भी संभावित उम्मीदवारों को लेकर हो रही तैयारियों से जोड़ा जा रहा है।
चुनाव आयोग पहले ही उपराष्ट्रपति चुनाव की अधिसूचना जारी कर चुका है। अधिसूचना के मुताबिक, उम्मीदवारों के लिए नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख 21 अगस्त तय की गई है। नामांकन पत्रों की जांच 22 अगस्त को होगी, जबकि नाम वापसी की अंतिम तारीख 25 अगस्त निर्धारित की गई है। मतदान 9 सितंबर को होगा और उसी दिन मतगणना कर परिणाम घोषित कर दिया जाएगा।
यह देश का 17वां उपराष्ट्रपति चुनाव होगा। वर्तमान उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने हाल ही में स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। धनखड़ का कार्यकाल अभी शेष था, लेकिन उनके अचानक इस्तीफे के बाद अब यह चुनाव समय से पहले हो रहा है। उपराष्ट्रपति का चुनाव संसद के दोनों सदनों लोकसभा और राज्यसभा के सदस्यों से बने निर्वाचक मंडल द्वारा किया जाता है।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि यह चुनाव न केवल उपराष्ट्रपति पद के लिए उम्मीदवार चुनने का अवसर है, बल्कि आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनावों की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण संदेश देगा। यही कारण है कि भाजपा और एनडीए बेहद सतर्कता और संतुलन के साथ उम्मीदवार के चयन की प्रक्रिया को आगे बढ़ा रहे हैं।