दालमंडी चौड़ीकरण पर व्यापारी और प्रशासन में बढ़ा गतिरोध, बैठक में नहीं बनी सहमति

दालमंडी चौड़ीकरण पर व्यापारियों ने शहर में ही दुकान मांगी, प्रशासन ने लोहता-मोहनसराय का प्रस्ताव दिया, बैठक बेनतीजा रही।

Fri, 14 Nov 2025 13:30:44 - By : Shriti Chatterjee

दालमंडी चौडीकरण को लेकर व्यापारी और प्रशासन के बीच खींचतान लगातार बढ़ रही है। गुरुवार को दालमंडी के कुछ व्यापारी नेता सर्किट हाउस पहुंचे जहां उन्होंने प्रशासन और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों के साथ बैठक की। व्यापारियों ने अपनी दुकानों के टूटने की आशंका के बीच यह मांग रखी कि उन्हें पहले उचित स्थान पर बसाया जाए और इसके लिए बेनियाबाग में तैयार मार्केट में दुकानें दी जाएं। उनका कहना है कि जब दुकानें तोड़ी जाएंगी तो वे अपने व्यापार को आगे कैसे चलाएंगे और जिन दुकानदारों की दुकानें पहले ही टूट चुकी हैं वे अब कहां जाएं। व्यापारियों ने साफ कहा कि उन्हें शहर के भीतर ही स्थान दिया जाए ताकि वे अपने ग्राहकों से जुड़े रह सकें और व्यापार प्रभावित न हो। दूसरी ओर प्रशासन की तरफ से यह प्रस्ताव रखा गया कि लोहता और मोहनसराय में विकसित हो रहे मार्केट में दुकानें उपलब्ध हैं और व्यापारी वहां दुकानें ले सकते हैं।

व्यापारियों ने बैठक के बाद मीडिया से कहा कि डीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि लोहता और मोहनसराय में बाजार तैयार कर दिया जाएगा और वहां उन्हें दुकानें दी जाएंगी लेकिन व्यापारी इस प्रस्ताव से सहमत नहीं हुए। व्यापारी मोहम्मद फैसल ने बताया कि अधिकारियों के साथ काफी देर तक चर्चा चली जिसमें सभी मुद्दों पर विस्तार से बात हुई। अधिकारियों ने यह भी स्पष्ट कर दिया कि चौडीकरण का कार्य किसी भी स्थिति में रुकेगा नहीं और जिन भवनों को चिह्नित किया गया है उन्हें हटाया जाएगा। इसके जवाब में व्यापारियों ने एक बार फिर यह मांग दोहराई कि उन्हें बेनियाबाग क्षेत्र में ही दुकानें दी जाएं ताकि वे शहर से बाहर न हों। दुकानदार नजमी सुल्तान ने कहा कि उन्होंने डीएम से साफ कहा है कि शहर की सीमा के बाहर जाकर व्यापार चलाना संभव नहीं है। व्यापारी कायनात वारसी ने भी यही कहा कि दालमंडी के पास ही नई जगह दी जाए और उन्हें शहर से बाहर न भेजा जाए। व्यापारियों ने यह भी आग्रह किया कि जब तक उन्हें कहीं पुनर्स्थापित नहीं किया जाता तब तक ध्वस्तीकरण कार्य रोका जाना चाहिए क्योंकि अभी जिस तरह से कार्रवाई की जा रही है उससे उनका जीवन और रोजगार दोनों प्रभावित हो रहे हैं।

उधर चौडीकरण अभियान के तहत बुधवार को पीडब्ल्यूडी की टीम सुरक्षा बल के साथ दालमंडी पहुंची और दुकानों की माप शुरू की। इस दौरान 35 दुकानों पर लाल निशान लगाए गए हैं। एक भवन से संबंधित दस्तावेज सत्यापन के लिए पीडब्ल्यूडी कैंप कार्यालय में जमा करा दिए गए हैं। सुबह से ही पीडब्ल्यूडी और वीडीए की टीमें चौक से नई सड़क तक मुनादी कर लोगों को जानकारी देती रहीं। जिन दुकानदारों और भवन स्वामियों का मामला न्यायालय में लंबित है या जिनके पास स्टे ऑर्डर है वे अधिकारियों को अपने कोर्ट आदेश दिखाते हुए नजर आए। कई लोगों ने मौके पर अपने दस्तावेज पेश किए और बताया कि वे न्यायिक प्रक्रिया पूरी होने तक किसी भी तरह की कार्रवाई नहीं चाहते। इलाके में चौडीकरण को लेकर तनाव और असमंजस की स्थिति लगातार बनी हुई है और व्यापारी प्रशासन से यह उम्मीद कर रहे हैं कि उनकी समस्याओं और प्रस्तावों को गंभीरता से सुना जाए।

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