Tue, 11 Nov 2025 11:42:17 - By : Palak Yadav
वाराणसी: कछवांरोड के मिर्जामुराद क्षेत्र में नेशनल हाईवे पर ढाबों के सामने अवैध रूप से खड़े भारी वाहन लगातार हादसों का कारण बन रहे हैं। राजातालाब से गुड़िया बॉर्डर तक यह समस्या गंभीर रूप ले चुकी है और स्थानीय लोग तथा वाहन चालक इसकी गंभीरता को लेकर चिंतित हैं। लगातार बढ़ रहे हादसे इस बात का संकेत दे रहे हैं कि हाईवे पर सुरक्षा व्यवस्था में कई खामियां हैं।
इन खड़े वाहनों में अक्सर पार्किंग लाइट नहीं जलती और न ही रेडियम रिफ्लेक्टर लगे होते हैं। रात या भोर में तेज रफ्तार से गुजरते वाहन इन अवरोधों से टकरा जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप कई लोग घायल हो चुके हैं और कुछ मामलों में जान का नुकसान भी हुआ है। स्थानीय निवासियों और राहगीरों का कहना है कि यह समस्या लंबे समय से बनी हुई है, लेकिन हाईवे प्रशासन और पुलिस के बीच समन्वय की कमी के कारण कोई ठोस कार्रवाई नहीं हो रही।
मिर्जामुराद थाने की पुलिस को हाईवे और चौराहों पर लगातार गश्त करने के निर्देश हैं। इसके बावजूद ढाबों के आसपास खड़े भारी वाहनों को हटाने में पुलिस कोई सक्रिय कदम नहीं उठा रही। ढाबा संचालक भी वाहन चालकों को सड़क किनारे वाहन खड़े करने से रोकते नहीं। कई बार देखा गया कि किसी वाहन के खराब होने पर उसी कंपनी की कई गाड़ियां एक साथ हाईवे किनारे खड़ी हो जाती हैं, जिससे यातायात और भी अव्यवस्थित हो जाता है।
हर महीने दर्जनों दुर्घटनाएं इसी वजह से होती हैं। स्थानीय लोगों और नियमित हाईवे उपयोगकर्ताओं का कहना है कि प्रशासन अगर शीघ्र प्रभावी कदम नहीं उठाता है, तो बड़े हादसे अपरिहार्य हैं। इस अव्यवस्था से हाईवे पर यातायात सुरक्षा लगातार खतरे में है और यात्री अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं।