Sun, 21 Dec 2025 00:05:21 - By : SUNAINA TIWARI
रांची : झारखंड में ठंड का असर लगातार बढ़ता जा रहा है और इसके साथ ही घने कोहरे ने जनजीवन को प्रभावित करना शुरू कर दिया है। राजधानी रांची समेत राज्य के बड़े हिस्से में सुबह और शाम के समय दृश्यता काफी कम हो रही है। उत्तर पश्चिमी दिशा से आ रही ठंडी हवाओं के कारण कनकनी बढ़ गई है और तापमान में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है। इसका सबसे अधिक असर सुबह जल्दी निकलने वाले लोगों और स्कूली बच्चों पर पड़ रहा है। देर रात खुले में रहने वाले बेघर लोगों को ठंड से बचने के लिए अलाव का सहारा लेना पड़ रहा है।
पिछले चौबीस घंटे के दौरान राज्य भर में मौसम शुष्क बना रहा। इस अवधि में राज्य का सबसे अधिक अधिकतम तापमान 27 डिग्री सेल्सियस बहरागोरा में दर्ज किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस कांके में रिकॉर्ड हुआ। राजधानी रांची में अधिकतम तापमान 22.8 डिग्री और न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सुबह और देर रात ठंड का असर ज्यादा महसूस किया जा रहा है, जबकि दिन के समय हल्की गर्मी लोगों को मौसम की दोहरी मार का एहसास करा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र रांची की ओर से जारी पूर्वानुमान के अनुसार 21 दिसंबर को राज्य के मध्यवर्ती हिस्सों रांची, रामगढ़, हजारीबाग, गुमला, बोकारो और खूंटी में कहीं कहीं घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। इसे लेकर इन जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है। वहीं उत्तर पश्चिमी जिलों पलामू, गढ़वा, चतरा और लातेहार में भी कोहरे का असर बना रहेगा, जिसके लिए यलो अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि यह स्थिति 26 दिसंबर तक बनी रह सकती है।
मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद के अनुसार अगले पांच दिनों तक न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। इस दौरान मध्यम से घना कोहरा छाया रहेगा और आसमान मुख्य रूप से साफ बना रहेगा। उत्तर पश्चिमी दिशा से चल रही ठंडी हवाएं सुबह और रात के समय ठंड को और बढ़ा रही हैं। विशेष रूप से बुजुर्गों, बच्चों और बीमार लोगों को अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है।
मौसम विभाग ने लोगों से अपील की है कि कोहरे के दौरान वाहन चलाते समय विशेष सतर्कता बरतें और अनावश्यक यात्रा से बचें। सुबह जल्दी और देर रात बाहर निकलने से पहले पर्याप्त गर्म कपड़े पहनें और चेहरे को ढंक कर रखें। परिवहन सेवाओं से जुड़ी किसी भी यात्रा योजना से पहले संबंधित विभागों से जानकारी लेने की सलाह दी गई है।