Fri, 14 Nov 2025 14:24:49 - By : Garima Mishra
कानपुर में रेलवे में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी और जान से मारने की धमकी देने का गंभीर मामला सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि नौकरी का लालच देकर उससे कुल 5.50 लाख रुपये लिए गए और जब उसने विरोध किया तो आरोपी ने न सिर्फ गाली गलौज और मारपीट की, बल्कि उसकी बेटी को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी। पीड़िता की शिकायत पर पुलिस कमिश्नर रघुबीर लाल के निर्देश के बाद अनवरगंज पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। यह मामला उन घटनाओं में से एक है जहां बेरोजगारी के दबाव और सरकारी नौकरी की चाहत का गलत फायदा उठाकर लोगों से बड़ी राशि ठग ली जाती है। पुलिस का कहना है कि जांच व्यापक स्तर पर की जा रही है ताकि पीड़िता के आरोपों की सच्चाई सामने आ सके।
अनवरगंज की रहने वाली पीड़िता ने बताया कि उन्नाव के सिविल लाइंस क्षेत्र में रहने वाले अवनीश कुमार अवस्थी से उनकी पहचान पारिवारिक परिचितों के माध्यम से हुई थी। अवनीश ने दावा किया कि वह रेलवे विभाग में नौकरी लगवा सकता है और इसके लिए उसके पास विशेष जुगाड़ है। इसी भरोसे में आकर पीड़िता ने दिसंबर 2023 से दिसंबर 2024 तक अलग अलग तिथियों पर ऑनलाइन 2.35 लाख रुपये और नकद 3.15 लाख रुपये दिए। जनवरी 2025 तक कोई नियुक्ति पत्र न मिलने पर पीड़िता अवनीश के घर पहुंची जहां उन्हें पता चला कि वह सिर्फ उनसे ही नहीं बल्कि कई अन्य लोगों से भी नौकरी और सरकारी योजनाओं के नाम पर ठगी कर चुका है। इसी दौरान पीड़िता को अपने साथ हुए धोखे की पूरी जानकारी मिली।
पीड़िता का आरोप है कि जब उसने अवनीश से अपनी रकम वापस मांगनी चाही तो उसने अपने पिता कृष्ण अवस्थी, भाई रजनीश अवस्थी, भतीजे सत्यम और हरिओम के साथ मिलकर गाली गलौज और मारपीट शुरू कर दी। आरोप यह भी है कि इसी दौरान सत्यम ने पीड़िता की बेटी को नुकसान पहुंचाने की धमकी दी। इस घटना से घबराई पीड़िता ने अनवरगंज थाने में शिकायत की, लेकिन कार्रवाई न होने पर उन्होंने मामला सीधे पुलिस कमिश्नर के सामने रखा। शिकायत पर गंभीरता दिखाते हुए कमिश्नर ने तत्काल जांच के आदेश दिए और इसके बाद अनवरगंज पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया। थाना प्रभारी अशोक कुमार दुबे ने बताया कि मामले की जांच जारी है और आरोपों की पुष्टि के लिए सभी पहलुओं को देखा जा रहा है।
ठगी का दूसरा मामला शुक्लागंज से सामने आया है जहां फरीदा खातून नाम की महिला ने तीन लाख रुपये की जमीन दिलाने के नाम पर ठगे जाने की शिकायत की है। फरीदा ने बताया कि 2022 में नेहरू नगर के रहने वाले आशीष तिवारी उर्फ सौरभ से उनकी मुलाकात हुई थी। उसने तीन लाख रुपये में 75 वर्ग गज जमीन दिलाने का वादा किया। इसके बाद 29 सितंबर 2022 को कानपुर कचहरी में एक वकील के चैंबर में जाकर एग्रीमेंट कराया गया और फरीदा ने आरोपी को 2.85 लाख रुपये दे दिए। इसके बाद से आरोपी रजिस्ट्री कराने के नाम पर उन्हें टालता रहा। जब फरीदा ने पुलिस में शिकायत करने का प्रयास किया तो आरोपी ने उनकी फोटो लगाकर एक दस्तावेज दिखाया जिसमें यह दर्शाया गया था कि उन्होंने अपनी रकम वापस ले ली है, जबकि पीड़िता का कहना है कि उन्हें कोई रकम वापस नहीं मिली। उन्होंने इसे फर्जी दस्तावेज बनाकर धोखा देने की साजिश बताया है।
कोतवाली थाना प्रभारी जगदीश पांडेय ने कहा कि पीड़िता की शिकायत पर रिपोर्ट दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस दोनों मामलों में सभी साक्ष्य जुटा रही है और आरोपियों की भूमिका की जांच कर रही है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसे मामलों में पीड़ितों को सावधानी बरतने की जरूरत है और बिना ठोस प्रमाण या सरकारी प्रक्रिया के बाहर नौकरी या संपत्ति के नाम पर पैसा न देने की सलाह दी जाती है। दोनों मामलों में आगे की कार्रवाई साक्ष्यों और जांच के आधार पर तय की जाएगी।