काशी विश्वनाथ धाम: नववर्ष पर उमड़ते जनसैलाब के चलते बड़े बदलाव, स्पर्श दर्शन पर 3 जनवरी तक पूर्ण प्रतिबंध

काशी विश्वनाथ धाम में भीड़ के कारण 3 जनवरी तक स्पर्श दर्शन प्रतिबंधित, हाई-टेक सुरक्षा इंतजाम किए गए।

Thu, 25 Dec 2025 11:35:00 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: बाबा विश्वनाथ की नगरी काशी में नववर्ष के आगमन और शीतकालीन छुट्टियों के चलते शिवभक्तों का महाकुंभ उमड़ पड़ा है। श्रद्धालुओं की अटूट आस्था और लगातार बढ़ती भारी भीड़ को नियंत्रित करने के उद्देश्य से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर न्यास ने एक बड़ा और कड़ा निर्णय लिया है। मंदिर प्रशासन ने तत्काल प्रभाव से गर्भगृह में होने वाले 'स्पर्श दर्शन' पर रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध आज, बृहस्पतिवार से शुरू होकर 3 जनवरी 2026 तक प्रभावी रहेगा। मंदिर प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि भीड़ का दबाव कम होने की स्थिति में ही इस निर्णय पर पुनर्विचार किया जाएगा, अन्यथा यह व्यवस्था निर्धारित तिथि तक लागू रहेगी। गौरतलब है कि बुधवार को ही धाम में आस्था का ऐसा सैलाब देखा गया कि एक ही दिन में दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने बाबा के दरबार में हाजिरी लगाई, जिसके बाद सुरक्षा और सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए यह कदम उठाना अनिवार्य हो गया।

मंदिर न्यास द्वारा बुधवार देर रात जारी की गई आधिकारिक सूचना में यह साफ कर दिया गया है कि वर्तमान में धाम परिसर में श्रद्धालुओं की संख्या क्षमता से कई गुना अधिक हो रही है। ऐसे में भगदड़ जैसी किसी भी अप्रिय स्थिति से बचने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोपरि रखते हुए स्पर्श दर्शन को अस्थाई रूप से स्थगित किया गया है। हालांकि, देश-विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं की भावनाओं का सम्मान करते हुए प्रशासन ने यह राहत दी है कि 'प्रोटोकॉल दर्शन' और 'सुगम दर्शन' की व्यवस्था पूर्ववत जारी रहेगी। आम श्रद्धालु झांकी दर्शन के माध्यम से बाबा का पूजन कर सकेंगे, ताकि कतारें लगातार आगे बढ़ती रहें और भीड़ एक जगह जमा न हो। प्रशासन का पूरा जोर इस बात पर है कि दर्शन की प्रक्रिया बिना किसी बाधा के निरंतर चलती रहे।

भीड़ प्रबंधन के साथ-साथ मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को अभेद्य बनाने के लिए अवसंरचनात्मक (इन्फ्रास्ट्रक्चर) बदलाव भी किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में मंदिर के नंदू फारिया मार्ग स्थित गेट पर एक नया 'परमानेंट चेकिंग पॉइंट' तैयार किया जा रहा है। मंदिर प्रशासन ने आधुनिक तकनीक का सहारा लेते हुए प्रवेश द्वार पर अब 'फुटफॉल काउंटर' (Footfall Counter) स्थापित कर दिया है। यह मशीन मंदिर में प्रवेश करने और बाहर जाने वाले प्रत्येक श्रद्धालु की सटीक गिनती करेगी, जिससे प्रशासन को रियल टाइम डेटा मिलेगा और भीड़ को मैनेज करना आसान होगा। इसके अतिरिक्त, सुरक्षा जांच को और पुख्ता करने के लिए इस गेट पर एक अत्याधुनिक लगेज चेकिंग मशीन भी लगाई जा रही है, जिससे सामान की जांच में लगने वाला समय कम होगा और कतारें जल्दी आगे बढ़ सकेंगी।

इस नई व्यवस्था का एक मानवीय पहलू भी है। अब तक धूप, ठंड और बरसात में खुले आसमान के नीचे मुस्तैदी से ड्यूटी करने वाले सुरक्षाकर्मियों को भी इस नए परमानेंट चेकिंग पॉइंट से बड़ी राहत मिलेगी। उनके लिए अब वहां सुरक्षित और सुविधाजनक स्थान उपलब्ध होगा, जिससे वे अपनी ड्यूटी अधिक कुशलता से निभा सकेंगे। मंदिर प्रशासन और पुलिस बल आपसी समन्वय के साथ नववर्ष पर आने वाली संभावित भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पूरी तरह तैयार है, ताकि काशी आने वाला हर शिवभक्त बाबा के दर्शन कर सुखद अनुभूतियों के साथ वापस लौटे।

Zomato डिलीवरी बॉय की देशव्यापी हड़ताल, क्रिसमस पर सेवाएँ प्रभावित हुई

बीएचयू में महामना जयंती पर पुष्प प्रदर्शनी का भव्य आगाज, चंद्रयान-माघ मेला थीम

वाराणसी: बीएचयू में पीएचडी शोधार्थियों का धरना, विश्वविद्यालय प्रशासन पर गंभीर आरोप

मखाना खेती को मिलेगा सरकारी प्रोत्साहन, किसानों की आय बढ़ाने को बंपर अनुदान

वाराणसी: राजघाट पुल पर मरम्मत हेतु मेगा ब्लॉक, हजारों यात्रियों की बढ़ी मुश्किलें