Fri, 14 Nov 2025 14:46:58 - By : Shriti Chatterjee
मिर्जापुर रेलवे स्टेशन पर रेलवे सुरक्षा बल की टीम ने एक नाबालिग लड़की को बचाकर उसकी सुरक्षा सुनिश्चित की है। यह कार्रवाई ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के तहत की गई, जिसका उद्देश्य रेलवे परिसरों में भटके हुए या संकटग्रस्त बच्चों तक तुरंत सहायता पहुंचाना है। नियमित गश्त पर निकली टीम को स्टेशन के द्वितीय गेट के पास एक किशोरी असामान्य रूप से शांत और तनावग्रस्त दिखाई दी। उसकी उम्र लगभग 17 वर्ष बताई गई और वह अपने घर से नाराज होकर निकल आई थी। उसने अपना पता थाना हलिया मिर्जापुर बताया।
गश्त पर मौजूद आरपीएफ के सहायक उप निरीक्षक अशोक कुमार और उनकी टीम ने लड़की से संवेदनशीलता के साथ बातचीत की और उसे सुरक्षित वातावरण देने के लिए पोस्ट पर ले जाया गया। टीम ने उसके शारीरिक स्वास्थ्य और मानसिक स्थिति का ध्यान रखते हुए उसे शांत किया। इसके बाद बचाव से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी की गईं। दस्तावेजों की जांच और पहचान संबंधी विवरण दर्ज करने के बाद लड़की को रेलवे चाइल्डलाइन हेल्प डेस्क को विधिवत सुपुर्द कर दिया गया ताकि उसे उचित संरक्षण और आवश्यक सहायता मिल सके।
आरपीएफ अधिकारियों ने बताया कि ऑपरेशन नन्हे फरिश्ते के माध्यम से देशभर में ऐसे हजारों बच्चों को सुरक्षित किया गया है जिन्हें तस्करी, शोषण या बाल श्रम जैसे खतरों का सामना करना पड़ सकता था। यह अभियान रेलवे सुरक्षा बल की प्राथमिकताओं में शामिल है और इसके तहत हर स्टेशन पर सतर्कता बढ़ाई गई है। विशेषकर त्योहारों और भीड़ भाड़ के समय निगरानी और गश्त को और मजबूत किया जाता है ताकि किसी भी बच्चे को संकट में न रहने दिया जाए।
अधिकारियों ने यह भी बताया कि कई बार बच्चे घर की परेशानियों, झगड़े या भावनात्मक तनाव के कारण घर से निकल जाते हैं और भीड़ में खो जाते हैं। ऐसे मामलों में तत्काल सहायता और संवेदनशील प्रतिक्रिया उनकी सुरक्षा में निर्णायक भूमिका निभाती है। रेलवे प्रशासन ने यात्रियों और आम नागरिकों से अपील की है कि यदि उन्हें किसी भी बच्चे को स्टेशन या ट्रेन में अकेला, परेशान या भटका हुआ दिखे तो तुरंत रेलवे हेल्पलाइन 139 पर जानकारी दें। समय पर दी गई सूचना किसी बच्चे की जान बचा सकती है और उसे सुरक्षित भविष्य दिला सकती है।