Mon, 06 Oct 2025 13:26:34 - By : Shriti Chatterjee
वाराणसी: शहर के कचहरी गोलघर इलाके में सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत ओलंपियन हॉकी खिलाड़ी मोहम्मद शाहिद के पैतृक मकान का हिस्सा तोड़ दिया गया। यह मकान तीन मंजिला था और शाहिद के परिवार के नौ भाइयों का हिस्सा साझा था। प्रशासन ने मकान का करीब दस फीट हिस्सा ढहा दिया। यह कार्रवाई सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी और कई लोग प्रशासन की कार्रवाई पर सवाल उठा रहे हैं।
मोहम्मद शाहिद भारतीय हॉकी टीम के सम्मानित खिलाड़ी थे। वे 1980 मॉस्को ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाली टीम का हिस्सा रहे। इसके अलावा उन्होंने 1982 के एशियन गेम्स में रजत और 1986 के एशियाड खेलों में कांस्य पदक भी जीते। उन्हें अर्जुन पुरस्कार और पद्मश्री से भी सम्मानित किया गया। शाहिद का निधन 20 जुलाई 2016 को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में हुआ।
कचहरी गोलघर इलाके में 26 मीटर चौड़ी सड़क बनाने की योजना के तहत कुल 69 मकानों को चिन्हित किया गया है। इनमें से अब तक 35 मकानों को ढहा दिया गया है। मोहम्मद शाहिद के परिवार से जुड़े मकानों में छह लोगों ने मुआवजा स्वीकार किया है जबकि तीन मकानों पर कार्रवाई वैवाहिक समारोह के कारण रोकी गई है। प्रशासन ने परिवार को 13-14 दिन की मोहलत दी है।
एडीएम आलोक वर्मा ने बताया कि कुल 71 लोगों को मुआवजा दिया जा चुका है। मुआवजे के लिए परिवार से जरूरी कागजात मांगे गए हैं। हालांकि मोहम्मद शाहिद के बड़े भाई रियाजुद्दीन की पत्नी नाजनीन ने मुआवजे की राशि कम मिलने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि राशि अधिक होती तो मदद काफी बढ़ जाती।
स्थानीय प्रशासन ने स्पष्ट किया कि सड़क चौड़ीकरण परियोजना के तहत यह कार्रवाई अनिवार्य थी, लेकिन परिवार की वैवाहिक परंपराओं और कार्यक्रमों का ध्यान रखते हुए उन्हें समय दिया गया। इससे पहले मोहम्मद शाहिद के परिवार के कुछ अन्य मकान भी ढहाए गए थे और उन्हें मुआवजा मिल चुका है।
यह सड़क चौड़ीकरण परियोजना शहर की यातायात सुगमता और बुनियादी ढांचे के सुधार के लिए की जा रही है। प्रशासन का कहना है कि सभी कानूनी प्रक्रियाओं और मुआवजे के मानकों का पालन किया गया है।