Thu, 17 Jul 2025 14:45:59 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
पटना: शास्त्रीनगर थाना क्षेत्र के राजा बाजार स्थित पारस अस्पताल में सोमवार सुबह उस वक्त सनसनी फैल गई जब हथियारों से लैस अपराधियों ने अस्पताल के भीतर घुसकर इलाजरत एक कैदी चंदन मिश्रा की गोली मारकर हत्या कर दी। यह वारदात बेहद सुनियोजित और फिल्मी अंदाज़ में अंजाम दी गई, जिसमें चार से पांच की संख्या में आए अपराधियों ने अस्पताल की सुरक्षा व्यवस्था को धता बताते हुए कैदी को चार गोलियां मारीं। गोली लगने से मौके पर ही उसकी मौत हो गई। वारदात के बाद अस्पताल परिसर में अफरातफरी मच गई और लोग दहशत में इधर-उधर भागने लगे।
मृतक की पहचान बक्सर निवासी चंदन कुमार उर्फ चंदन मिश्रा के रूप में हुई है, जो पूर्व में हत्या के एक मामले में दोषी करार दिए जाने के बाद बेऊर जेल में आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। बीमारी के चलते उसे कुछ दिनों पहले पेरोल पर जेल से बाहर इलाज के लिए छोड़ा गया था, और वह पारस अस्पताल में भर्ती था। इसी दौरान सोमवार सुबह लगभग चार से पांच की संख्या में आए शूटरों ने दो गुटों में बंटकर अस्पताल के इमरजेंसी और ओपीडी गेट से भीतर प्रवेश किया। चंदन मिश्रा अस्पताल के सेकंड फ्लोर पर भर्ती था, जहां अपराधियों ने घात लगाकर उस पर गोलियां चला दीं।
इस वीभत्स हत्या के बाद अस्पताल प्रशासन और पुलिस महकमा दोनों सकते में हैं। वारदात की सूचना मिलते ही शास्त्रीनगर और राजीव नगर थाने की पुलिस टीम मौके पर पहुंच गई। शहर की प्रमुख स्वास्थ्य सुविधाओं में गिने जाने वाले इस अस्पताल में हुई इस घटना ने न केवल सुरक्षा पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि यह भी दिखा दिया है कि अपराधियों में कानून का कोई भय नहीं रह गया है।
पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन कर दिया है, जो हत्याकांड के पीछे की साजिश और अपराधियों की पहचान व गिरफ्तारी पर काम कर रहा है। इसके अलावा पुलिस की टेक्निकल टीम ने अस्पताल के कंट्रोल रूम में लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी है। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि फुटेज में अपराधियों के आने-जाने और गोली चलाने की पूरी तस्वीर कैद हुई है, जिससे उनकी पहचान जल्द ही संभव हो सकेगी।
पुलिस इस मामले की हर पहलू से जांच कर रही है, जिसमें यह भी शामिल है कि क्या अपराधियों ने घटना से पहले अस्पताल की रेकी की थी और कैसे वे बिना किसी रोकटोक के अस्पताल के अंदर दाखिल हुए। साथ ही यह भी सवाल उठ रहा है कि अस्पताल प्रबंधन द्वारा कैदी के इलाज के दौरान सुरक्षा के क्या इंतजाम किए गए थे और क्या पुलिस सुरक्षा की कोई व्यवस्था मौजूद थी या नहीं।
इससे पहले भी पटना में इसी तरह की एक और घटना को अंजाम दिया गया था, जब एक निजी अस्पताल में घुसकर संचालिका की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ऐसे में यह वारदात न सिर्फ अस्पतालों की सुरक्षा को कटघरे में खड़ा करती है, बल्कि शहर की कानून व्यवस्था पर भी गहरा सवाल खड़ा करती है।
फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और घटनास्थल को सील कर दिया गया है। इस पूरे मामले में पटना पुलिस के कई वरिष्ठ अधिकारी अस्पताल में डेरा डाले हुए हैं और जल्द से जल्द आरोपियों की गिरफ्तारी का दावा किया जा रहा है। वहीं, इस हत्याकांड का एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है, जिसमें बदमाशों के हॉस्पिटल में घुसने और गोली चलाने का दृश्य कथित तौर पर देखा जा सकता है, हालांकि इसकी पुष्टि अभी पुलिस द्वारा नहीं की गई है।
इस घटना ने न केवल राजधानी को हिलाकर रख दिया है, बल्कि अस्पताल जैसी सुरक्षित मानी जाने वाली जगहों में भी अपराधियों की घुसपैठ पर गंभीर चिंता जताई जा रही है।