Sun, 26 Oct 2025 21:42:13 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
गोरखपुर: भोजपुरी संगीत जगत में एक बार फिर से नई उमंग और आस्था का संचार हुआ है। प्रसिद्ध लोक गायक और सुरों के सम्राट राकेश श्रीवास्तव ने अपने मधुर स्वर में नया भजन गीत "घरे अईहें छठी मइया" रिलीज़ किया है, जिसने रिलीज़ होते ही श्रोताओं के दिलों पर गहरा असर डाला है। इस गीत के रचनाकार सुभाष चन्द्र यादव और संगीतकार के. के. सिंह राजपूत हैं, जिन्होंने अपने उत्कृष्ट संगीत और शब्दों के जादू से इसे और भी यादगार बना दिया है।
भजन गीत "घरे अईहें छठी मइया" न केवल आस्था का प्रतीक है, बल्कि भोजपुरी संस्कृति और लोकभावनाओं का जीवंत उदाहरण भी है। गीत में छठ पूजा के उत्सव की भक्ति और परिवार के साथ उस विशेष अवसर की भावना को खूबसूरती से प्रस्तुत किया गया है। सुरों के सम्राट मशहूर लोक गीत गायक राकेश श्रीवास्तव की मधुर और भावपूर्ण आवाज ने इस गीत को एक नया आयाम दिया है। उनके सुरों में आत्मीयता, श्रद्धा और लोकसंगीत की खास मिठास झलकती है, जिसने श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गीत रिलीज़ होते ही पूरे भोजपुरी जगत में यह श्रोताओं की पहली पसंद बन गया है। सोशल मीडिया और डिजिटल प्लेटफॉर्म पर इसे देखने और सुनने वाले लाखों श्रोताओं ने इसे खूब सराहा है। श्रोताओं ने गीत की भावपूर्ण प्रस्तुति, संगीत की मिठास और राकेश श्रीवास्तव की आवाज की तारीफ करते हुए इसे "भक्ति और लोकसंगीत का उत्कृष्ट मिश्रण" बताया है।
मशहूर लोक गीत गायक राकेश श्रीवास्तव ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया, "इस गीत का उद्देश्य लोगों के दिलों में छठ माता के प्रति श्रद्धा और भक्ति को जागृत करना है। जब मैं इसे गा रहा था, तो मुझे अपनी आवाज़ के माध्यम से लोगों तक आस्था की ऊर्जा पहुँचाने का अद्भुत अनुभव हुआ।" उन्होंने यह भी कहा कि लोक संगीत केवल मनोरंजन का माध्यम नहीं है, बल्कि यह हमारी संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने का सबसे प्रभावशाली तरीका है।
भजन गीत की धुन, रचनात्मक शब्द और राकेश श्रीवास्तव की आवाज का संयोजन इसे भोजपुरी संगीत जगत में एक अनमोल रत्न बना देता है। गीत के संगीतकार के. के. सिंह राजपूत ने अपनी कला और अनुभव का भरपूर योगदान दिया है, जिससे हर सुर और हर लय श्रोताओं के मन को भा रही है।
विशेष रूप से ध्यान देने योग्य बात यह है कि "घरे अईहें छठी मइया" ने लोगों में छठ पूजा के प्रति श्रद्धा और उत्साह को बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है। गीत का संदेश साफ है, घर में माता की पूजा का महत्व और पारिवारिक मिलन की भावना हर किसी के जीवन में खुशियों का संचार करती है।
भक्तिभाव और संगीत प्रेमियों के लिए यह गीत अब तक का एक यादगार अनुभव बन गया है। राकेश श्रीवास्तव ने इस अवसर पर कहा, की "मुझे गर्व है कि मैं अपनी आवाज़ के माध्यम से लोगों की भक्ति भावनाओं को व्यक्त कर पा रहा हूँ। यह गीत हर घर में, हर दिल में छठी मइया के प्रति श्रद्धा का संदेश पहुंचाए।"
मशहूर लोक गीत गायक राकेश श्रीवास्तव का यह नया भजन गीत न केवल भोजपुरी संगीत प्रेमियों के लिए बल्कि पूरे प्रदेश और देश के श्रोताओं के लिए एक आनंदमय अनुभव बन गया है। इसके मधुर सुर, भावपूर्ण शब्द और लोक संगीत की मिठास ने इसे भोजपुरी लोक संगीत में एक अविस्मरणीय पहचान दिलाई है।