Mon, 15 Dec 2025 11:03:32 - By : Palak Yadav
वाराणसी: उत्तर भारत में छाए घने कोहरे का असर रविवार को भी रेल परिचालन पर साफ दिखाई दिया। वाराणसी कैंट स्टेशन से गुजरने वाली कई लंबी दूरी की ट्रेनें अपने निर्धारित समय से काफी देरी से पहुंचीं और रवाना हुईं। यात्रियों को ठंड और कोहरे के बीच प्लेटफार्म पर लंबा इंतजार करना पड़ा। सबसे अधिक देरी हरिद्वार से राजगीर जाने वाली स्पेशल ट्रेन में दर्ज की गई, जो लगभग सत्रह घंटे तीस मिनट की देरी से कैंट स्टेशन पहुंची। कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार सीमित रखनी पड़ी, जिससे पूरे रेल नेटवर्क पर असर पड़ा।
नई दिल्ली से दोपहर में आने वाली सेमी हाईस्पीड वंदेभारत एक्सप्रेस भी निर्धारित समय से एक घंटे पैंतीस मिनट देरी से दोपहर तीन बजकर पैंतीस मिनट पर कैंट स्टेशन पहुंची। इसके बाद इस ट्रेन को एक घंटे पच्चीस मिनट के लिए रीशेड्यूल किया गया और शाम चार बजकर पच्चीस मिनट पर आगे के सफर के लिए रवाना किया गया। रात में नई दिल्ली से आने वाली दूसरी वंदेभारत एक्सप्रेस भी एक घंटे से अधिक की देरी से वाराणसी पहुंची, जिससे यात्रियों की परेशानी और बढ़ गई।
इसके अलावा हावड़ा से प्रयागराज जाने वाली विभूति एक्सप्रेस करीब छह घंटे देरी से पहुंची, जबकि बलूरघाट से बठिंडा जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस लगभग पांच घंटे लेट रही। हापा से नाहरलगुन स्पेशल और जोधपुर से वाराणसी सिटी जाने वाली मरुधर एक्सप्रेस दोनों करीब तीन घंटे तीस मिनट देरी से चलीं। नई दिल्ली से वाराणसी आने वाली स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस लगभग तीन घंटे लेट रही। वहीं नई दिल्ली से बनारस सुपरफास्ट एक्सप्रेस और आनंद विहार टर्मिनल से बलिया जाने वाली भृगु एक्सप्रेस दोनों ढाई घंटे देरी से पहुंचीं। एसएसएस हुबली से बनारस आने वाली साप्ताहिक एक्सप्रेस भी दो घंटे से अधिक लेट रही। रेलवे अधिकारियों के अनुसार कोहरे की स्थिति में सुधार होने तक ट्रेनों की समयबद्धता प्रभावित रह सकती है और यात्रियों को यात्रा से पहले ट्रेन की स्थिति की जानकारी लेने की सलाह दी गई है।