वाराणसी: ऑपरेशन के बाद मरीज की मौत, परिजनों ने अस्पताल पर लापरवाही का आरोप

वाराणसी के खुशहाल हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद युवक की मौत, परिजनों ने डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया।

Wed, 19 Nov 2025 12:19:47 - By : Palak Yadav

वाराणसी के सारनाथ थाना क्षेत्र में स्थित उदयपुर रिंग रोड के खुशहाल हॉस्पिटल में बुधवार को ऑपरेशन के बाद एक मरीज की मौत हो गई। घटना के बाद मृतक के परिजनों ने अस्पताल प्रबंधन और डॉक्टर पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। स्थिति बिगड़ने पर अस्पताल के डॉक्टर और नर्स मौके से फरार हो गए। सूचना पर पुलिस पहुंची और परिजनों को समझाने का प्रयास किया। मामले की जांच शुरू कर दी गई है।

मृतक की पहचान नारायणपुर चौबेपुर निवासी 32 वर्षीय ललित कुमार पाठक पुत्र गौरी शंकर पाठक के रूप में हुई है। परिजनों के अनुसार ललित को दो दिन पहले हाइड्रोसील और हर्निया के ऑपरेशन के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया था। मंगलवार को हाइड्रोसील का ऑपरेशन किया गया था और अगले दिन वह सामान्य दिखाई दे रहे थे। उनके चाचा शिव शंकर पाठक ने बताया कि ललित ने सुबह खाना भी खाया था और किसी प्रकार की परेशानी की शिकायत नहीं की थी।

परिजनों का आरोप है कि अस्पताल कर्मियों द्वारा एक इंजेक्शन दिए जाने के तुरंत बाद ललित की तबीयत अचानक बिगड़ गई। कुछ ही देर में उनकी हालत गंभीर हो गई और अस्पताल कर्मी इसे संभाल नहीं सके। थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने परिजनों को उनकी मौत की जानकारी दी। इस खबर के बाद परिवार में कोहराम मच गया और लोगों ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाना शुरू कर दिया।

परिवार का आरोप है कि अस्पताल पंजीकृत नहीं है और इसे कथित तौर पर झोला छाप डॉक्टर चला रहे हैं। उनके अनुसार यहां कई बार मरीजों के साथ लापरवाही के मामले सामने आए हैं लेकिन अस्पताल प्रबंधन हर बार आरोपों से बच निकलता रहा है। ललित तीन भाइयों और एक बहन में सबसे बड़े थे और परिवार की आर्थिक जिम्मेदारी का बड़ा हिस्सा वही संभालते थे। उनकी अचानक मौत से परिवार सदमे में है।

मौत की जानकारी मिलते ही परिजन अस्पताल परिसर में जुट गए। उन्होंने शव को वहीं रखकर विरोध शुरू किया। उनका कहना था कि जब तक अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई नहीं होती, वे शव नहीं ले जाएंगे। इस दौरान अस्पताल के डॉक्टर और नर्स अचानक अस्पताल छोड़कर चले गए। जब पुलिस मौके पर पहुंची तो अस्पताल के कई कमरे बंद मिले और स्टाफ मौजूद नहीं था।

एसीपी सारनाथ विदुष सक्सेना और थाना प्रभारी शिवानंद सिसोदिया ने स्थिति को संभालने का प्रयास किया। पुलिस ने परिजनों को आश्वासन दिया कि पूरे मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी। थाना प्रभारी ने बताया कि शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा। रिपोर्ट आने के बाद मौत के सही कारणों की पुष्टि होगी। उन्होंने कहा कि परिजनों की लिखित शिकायत मिलने पर अस्पताल प्रबंधन और जिम्मेदार लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

घटना के बाद स्थानीय लोगों में भी अस्पताल की व्यवस्था को लेकर नाराजगी और चिंता का माहौल है। सवाल उठ रहे हैं कि बिना उचित पंजीकरण और विशेषज्ञ डॉक्टरों के अभाव में अस्पताल कैसे संचालन कर रहा था। पुलिस ने अस्पताल की पृष्ठभूमि, पंजीकरण और कर्मचारियों की योग्यता की भी जांच शुरू कर दी है।

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