Mon, 29 Dec 2025 12:38:26 - By : Palak Yadav
गुजरते वर्ष की विदाई और नए वर्ष के स्वागत के लिए ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर के दर्शन की चाह में देशभर से श्रद्धालुओं का सैलाब वृंदावन पहुंच रहा है। नववर्ष के अवसर पर ठाकुर बांकेबिहारी के दर्शन की परंपरा के चलते शहर में श्रद्धालुओं की संख्या अचानक कई गुना बढ़ गई है। स्थिति यह है कि वृंदावन के लगभग सभी होटल और गेस्टहाउस पूरी तरह भर चुके हैं और ठहरने के लिए जगह ढूंढना श्रद्धालुओं के लिए बड़ी चुनौती बन गया है।
भीड़ का सीधा असर ठहरने की व्यवस्था पर पड़ा है। 31 दिसंबर और एक जनवरी को लेकर होटल और गेस्टहाउसों की बुकिंग पहले ही पूरी हो चुकी थी। बिना पूर्व बुकिंग के पहुंच रहे श्रद्धालुओं को मजबूरी में इधर उधर भटकना पड़ रहा है। इस हालात का फायदा होम स्टे संचालक भी उठा रहे हैं। सामान्य दिनों में जिन कमरों का किराया आठ सौ से एक हजार रुपये प्रति रात होता था वही किराया अब बढ़कर डेढ़ से दो हजार रुपये तक पहुंच गया है।
शहर के प्रमुख इलाकों छटीकरा मार्ग रुक्मिणी विहार पार्किंग से लेकर विद्यापीठ चौराहा तक कई स्थानों पर युवक हाथों में तख्तियां लेकर श्रद्धालुओं को कमरे दिलाने का दावा करते नजर आ रहे हैं। प्रेम मंदिर के पास होम स्टे बुकिंग कराने वाले युवक विवेक ने बताया कि क्रिसमस के बाद से ही कमरों के दाम में पांच सौ से आठ सौ रुपये तक की बढ़ोतरी हो चुकी है। उनका कहना है कि तीस दिसंबर से एक जनवरी के बीच किराये में और वृद्धि की संभावना है।
ठहरने की वैकल्पिक व्यवस्था न होने के कारण श्रद्धालु मजबूरी में बढ़ा हुआ किराया चुकाकर कमरे लेने को विवश हैं। प्रशासनिक स्तर पर फिलहाल इस पर कोई नियंत्रण नजर नहीं आ रहा है। श्रद्धालुओं का कहना है कि आस्था के कारण वे हर कठिनाई सहन कर लेते हैं लेकिन अचानक बढ़े किराये ने उनकी परेशानी जरूर बढ़ा दी है। नववर्ष के दौरान भीड़ और बढ़ने की संभावना को देखते हुए वृंदावन में ठहरने की स्थिति आने वाले दिनों में और चुनौतीपूर्ण हो सकती है।