Thu, 25 Dec 2025 14:48:39 - By : Savan kumar
25 दिसंबर को वाराणसी सहित पूरे देश में Zomato के डिलीवरी बॉय ने कामकाज ठप करते हुए हड़ताल शुरू कर दी। हड़ताल के चलते कई शहरों में जोमैटो की ऑनलाइन फूड डिलीवरी सेवा पूरी तरह प्रभावित रही और अनेक इलाकों में ऑर्डर लेना और पहुंचाना बंद रहा। क्रिसमस जैसे व्यस्त दिन पर अचानक हुई इस हड़ताल से ग्राहकों के साथ साथ रेस्टोरेंट संचालकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ा।
डिलीवरी कर्मचारियों से बातचीत में सामने आया कि इस हड़ताल की मुख्य वजह कंपनी की ओर से मिलने वाला कम भुगतान है। डिलीवरी बॉय का कहना है कि बढ़ती महंगाई और ईंधन खर्च के बावजूद प्रति ऑर्डर मिलने वाला भुगतान संतोषजनक नहीं है। उनका आरोप है कि मेहनत और जोखिम के अनुपात में उन्हें उचित पारिश्रमिक नहीं दिया जा रहा जिससे रोजमर्रा का खर्च चलाना भी मुश्किल हो गया है।
डिलीवरी कर्मियों ने यह भी बताया कि कई बार रेस्टोरेंट की ओर से खाना तैयार करने में देरी होती है लेकिन उसका खामियाजा डिलीवरी बॉय को भुगतना पड़ता है। देर से ऑर्डर पहुंचने पर कंपनी की ओर से पेनाल्टी लगाई जाती है जबकि इसमें उनकी कोई गलती नहीं होती। इसके अलावा भारी ट्रैफिक और खराब सड़कों के कारण यदि ऑर्डर समय पर नहीं पहुंच पाता तो भी डिलीवरी कर्मियों पर ही जुर्माना लगाया जाता है जिससे उनकी आय और कम हो जाती है।
हड़ताल कर रहे कर्मचारियों की प्रमुख मांग है कि प्रति ऑर्डर भुगतान में बढ़ोतरी की जाए ताकि उन्हें सम्मानजनक कमाई मिल सके। इसके साथ ही उन्होंने ऑर्डर डिलीवरी समय में 15 से 20 मिनट का अतिरिक्त समय देने की मांग रखी है ताकि ट्रैफिक और रेस्टोरेंट की देरी का दबाव कम हो सके। डिलीवरी बॉय का कहना है कि समय सीमा में थोड़ी राहत मिलने से अनावश्यक पेनाल्टी से बचा जा सकेगा।
फिलहाल जोमैटो की इस हड़ताल के कारण कई शहरों में फूड डिलीवरी सेवा बाधित रही। डिलीवरी कर्मियों का कहना है कि जब तक उनकी मांगों पर गंभीरता से विचार नहीं किया जाता तब तक आंदोलन जारी रह सकता है। अब सभी की नजर कंपनी प्रबंधन के अगले कदम पर टिकी है कि वह इस हड़ताल को खत्म करने के लिए क्या फैसला लेता है।