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चंदौली मेडिकल कॉलेज में अब 24 घंटे मिलेगी एक्स-रे सुविधा, मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत

चंदौली मेडिकल कॉलेज में अब 24 घंटे मिलेगी एक्स-रे सुविधा, मरीजों को मिलेगी बड़ी राहत

चंदौली मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करते हुए चौबीसों घंटे एक्स-रे सुविधा शुरू की जा रही है, जिससे मरीजों को तत्काल जांच का लाभ मिलेगा।

चंदौली मेडिकल कॉलेज में स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। अब अस्पताल में चौबीसों घंटे एक्स रे की सुविधा उपलब्ध होगी जिससे मरीजों को समय पर जांच मिल सकेगी और आपातकालीन स्थिति में किसी भी देरी को रोका जा सकेगा। अभी तक एक्स रे सुविधा केवल सुबह आठ बजे से दोपहर दो बजे तक उपलब्ध थी और बड़ी संख्या में मरीजों को या तो दूसरी जगह जाना पड़ता था या अगले दिन तक इंतजार करना पड़ता था। अस्पताल प्रशासन का कहना है कि नई व्यवस्था लागू होने के बाद मरीजों को तुरंत जांच का लाभ मिलेगा और उपचार प्रक्रिया भी तेज होगी। अस्पताल में रोजाना डेढ़ सौ से अधिक मरीज एक्स रे की जरूरत के साथ पहुंचते हैं और यह सुविधा रात के समय आने वाले आपातकालीन मामलों को भी राहत देगी।

मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ अमित सिंह ने बताया कि अगले दो दिनों में चौबीस घंटे एक्स रे सेवा को पूरी तरह शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि अस्पताल को जिला अस्पताल से उच्चीकृत कर मेडिकल कॉलेज का अस्पताल बनाया जा रहा है और नए भवन में अधिकांश विभागों और सेवाओं को व्यवस्थित रूप से शिफ्ट किया जा रहा है। अस्पताल के संचालन के लिए पैरामेडिकल स्टाफ, टेक्नीशियन और अन्य पद भी भरे गए हैं ताकि बढ़ती मरीज संख्या के बीच सेवाओं की गुणवत्ता बनी रहे। चंदौली की ढाई करोड़ से अधिक आबादी के साथ बिहार के सीमावर्ती गांवों के लोग भी यहां उपचार कराने आते हैं इसलिए चिकित्सा सुविधाओं का विस्तार जरूरी था।

प्राचार्य ने बताया कि स्त्री और प्रसूति रोग विभाग को मातृ शिशु स्वास्थ्य विंग में स्थानांतरित किया जाएगा जहां ओपीडी और ऑपरेशन थिएटर दोनों की व्यवस्था होगी। इस विभाग में रोजाना चार सौ पचास से अधिक मरीज आती हैं इसलिए नए विंग में उन्हें बेहतर जगह और संसाधन उपलब्ध कराए जाएंगे। मौजूदा जिला अस्पताल में फिलहाल मानसिक रोग और दंत चिकित्सा विभाग की ओपीडी भी संचालित की जा रही है लेकिन बढ़ती भीड़ की वजह से संसाधन अपर्याप्त हो जाते हैं। कई बार अस्पताल प्रशासन और तीमारदारों के बीच बहस की नौबत भी आ जाती है। इसी को देखते हुए मेडिकल कॉलेज ने योजना बनाई है कि सभी विभाग अपने भवन से संचालित किए जाएं और मरीजों को अधिक सुविधाएं दी जाएं।

अस्पताल के मेडिसिन, ईएनटी, नेत्र रोग, त्वचा रोग, बाल रोग, अस्थि रोग और जनरल सर्जरी विभाग पहले ही नए भवन में शिफ्ट कर दिए गए हैं और सुचारू रूप से काम कर रहे हैं। आने वाले दिनों में बाल रोग विभाग को भी एमसीएच विंग में शिफ्ट करने की तैयारी चल रही है।

अस्पताल में अभी कई महत्वपूर्ण जांच उपलब्ध नहीं हैं जैसे ट्रोपोनिन, कलर डॉप्लर, सोनोमेमोग्राफी, लेवल टू अल्ट्रासाउंड, घुटने और पेट के नसों की जांच, स्पुटम और एंजियोग्राफी, ईको, टीएमटी, ईईजी, एमआरआई, बायोप्सी, एंडोस्कोपी, कोलोनोस्कोपी, हेपेटाइटिस वायरोलोड, हार्मोन और विटामिन संबंधी जांच। इन जांचों की सुविधा शुरू होने से बड़े पैमाने पर मरीजों को लाभ मिलेगा और उन्हें निजी अस्पतालों में महंगी जांच नहीं करानी पड़ेगी।

डॉ अमित सिंह ने कहा कि जिला अस्पताल की बिल्डिंग को अपग्रेड करने की प्रक्रिया चल रही है। इसके बाद दंत चिकित्सा, नेत्र रोग और मानसिक रोग के विभाग वहीं से संचालित किए जाएंगे और कई कमरों को कार्यालय उपयोग में लाया जाएगा। एमसीएच विंग में महिला और बाल रोग की ओपीडी और सर्जरी सेवाएं एक साथ चलेंगी। एक्स रे सुविधा चौबीसों घंटे उपलब्ध कराई जाएगी जिससे मरीजों को किसी भी समय तत्काल जांच मिल सकेगी।

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