News Report
TRUTH BEHIND THE NEWS

वाराणसी: BHU में छात्राओं की सुरक्षा के लिए महिला प्रॉक्टोरियल टीम का गठन, IIT BHU की अनूठी पहल

वाराणसी: BHU में छात्राओं की सुरक्षा के लिए महिला प्रॉक्टोरियल टीम का गठन, IIT BHU की अनूठी पहल

आईआईटी-बीएचयू ने छात्राओं की सुरक्षा और शिकायतों के निवारण के लिए महिला प्रॉक्टोरियल टीम का गठन किया है, जिसका नेतृत्व डॉ. श्वेता करेंगी, यह कदम संस्थान की नारी सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

वाराणसी: महात्मा मदन मोहन मालवीय की तपोभूमि, ज्ञान और संस्कारों की पावन धरती काशी हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) की शाखा भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT-BHU) ने एक और मिसाल कायम करते हुए छात्राओं की सुरक्षा को लेकर अभूतपूर्व कदम उठाया है। समय की मांग और संवेदनशीलता को समझते हुए संस्थान प्रशासन ने छात्राओं से जुड़ी किसी भी प्रकार की शिकायत के त्वरित और प्रभावशाली निस्तारण तथा सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सशक्त बनाने के लिए एक समर्पित महिला प्रॉक्टोरियल टीम का गठन किया है। यह केवल एक प्रशासनिक व्यवस्था नहीं, बल्कि नारी गरिमा, आत्मसम्मान और आत्मविश्वास की रक्षा के लिए संस्थान की सशक्त प्रतिबद्धता है।

यह टीम अब प्रतिष्ठित और सजग प्रॉक्टोरियल प्रमुख डॉ. संजय सिंह के नेतृत्व में कार्य करेगी। इसकी कमान कन्वेनर डॉ. श्वेता (एसोसिएट प्रोफेसर, केमिकल इंजीनियरिंग विभाग) को सौंपी गई है, जो लंबे समय से छात्र-हितों की प्रबल समर्थक रही हैं। उनके साथ इस टीम में शामिल की गई हैं डॉ. तनीमा दत्ता (एसोसिएट प्रोफेसर, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग), डॉ. स्नेहा और डॉ. हरसिमरन कौर (असिस्टेंट प्रोफेसर, आर्किटेक्चर, प्लानिंग एंड डिजाइन)। ये सभी महिलाएं न केवल अपने विषय में दक्ष हैं बल्कि छात्राओं की समस्याओं के प्रति संवेदनशील दृष्टिकोण रखने वाली शिक्षिकाएं हैं। इनके अलावा, प्रॉक्टोरियल कार्यालय से एक अनुभवी सिक्योरिटी ऑफिसर और एक जिम्मेदार ड्यूटी ऑफिसर को भी इस टीम का हिस्सा बनाया गया है।

टीम गठन के पीछे सबसे बड़ी विशेषता यह है कि इसके सभी सदस्य संस्थान परिसर में ही निवास करते हैं, जिससे किसी भी आपात स्थिति में वे त्वरित मदद प्रदान करने में सक्षम हैं। यह पहल सुरक्षा के साथ-साथ मानसिक संबल का भी प्रतीक है, क्योंकि छात्राएं अब यह जानकर अधिक निश्चिंत हैं कि उनकी आवाज को न सिर्फ सुना जाएगा, बल्कि उस पर संवेदनशीलता और तत्परता के साथ कार्रवाई भी की जाएगी।

छात्राओं की सुविधा के लिए IIT-BHU ने कई हेल्पलाइन नंबर और ईमेल माध्यम भी उपलब्ध कराए हैं। कंट्रोल रूम से लेकर प्रॉक्टर कार्यालय तक के नंबरों को सभी छात्रावासों के नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित कर दिया गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में छात्राएं झिझक या विलंब के बिना सीधे संपर्क कर सकें।

प्रमुख हेल्पलाइन नंबर इस प्रकार हैं —
कंट्रोल रूम: 0542-2368004(इंटरकॉम:5885/5884)
ईमेल: help.po@itbhu.ac.in, प्रॉक्टर कार्यालय: 0542-2366744(इंटरकॉम:5865),ईमेल:office.proctor@itbhu.ac.in।

संस्थान ने 'वाहन ऑन कॉल' सेवा भी शुरू की है, जो विशेष रूप से छात्राओं को रात के समय या विषम परिस्थितियों में सुरक्षित आवागमन की सुविधा प्रदान करती है। इसके साथ ही रात्रिकालीन गश्त, सचल सुरक्षा दस्ते की सक्रियता, पिंक बूथ पर 24x7 महिला सुरक्षा गार्ड और महिला पुलिसकर्मी की तैनाती जैसे प्रभावशाली कदमों को भी समान रूप से सक्रिय किया गया है, जो संपूर्ण परिसर को सुरक्षा की एक अदृश्य लेकिन अडिग ढाल प्रदान करते हैं।

IIT-BHU के निदेशक प्रोफेसर अमित पात्रा ने कहा, "छात्राओं की सुरक्षा सिर्फ एक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हमारा नैतिक दायित्व है। यह टीम हमारी उस सोच का प्रतिबिंब है जो मानती है कि हर छात्रा को भयमुक्त होकर सीखने, आगे बढ़ने और अपने सपनों को उड़ान देने का अधिकार है। हम ऐसा वातावरण सुनिश्चित करना चाहते हैं जो सिर्फ संरक्षित ही नहीं, बल्कि प्रेरणादायी भी हो।"

यह कदम न केवल वर्तमान छात्राओं के लिए आत्मबल और भरोसे की नींव रखता है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए एक प्रेरणास्पद उदाहरण भी बनता है। BHU का यह प्रयास यह दर्शाता है कि जब एक संस्थान शिक्षा के साथ सुरक्षा, सम्मान और सशक्तिकरण को प्राथमिकता देता है, तब उसकी पहचान सिर्फ एक शैक्षणिक संस्थान तक सीमित नहीं रहती, बल्कि वह समाज निर्माण की दिशा में भी अग्रदूत बन जाता है।

काशी की यह पहल, जो गंगा की पवित्र धारा जितनी ही स्वच्छ और शुद्ध है, नारी सुरक्षा और सम्मान के क्षेत्र में एक प्रकाशस्तंभ की तरह चमक रही है। और निस्संदेह, यह प्रयास न केवल IIT-BHU बल्कि समस्त भारतीय शिक्षण संस्थानों के लिए अनुकरणीय मार्गदर्शन बन सकता है।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL

LATEST NEWS