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मिर्जापुर: दक्षिणा विवाद में बड़ी कार्रवाई, चौकी इंचार्ज समेत 24 पुलिसकर्मी सस्पेंड

मिर्जापुर: दक्षिणा विवाद में बड़ी कार्रवाई, चौकी इंचार्ज समेत 24 पुलिसकर्मी सस्पेंड

मिर्जापुर के विंध्याचल धाम में दक्षिणा के बंटवारे को लेकर पंडा समुदाय के दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई, जिसमें एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल हो गया और पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया, साथ ही 24 पुलिसकर्मी निलंबित।

मिर्जापुर: विंध्याचल धाम में बुधवार दोपहर नगर के नए वीआईपी मार्ग पर स्थित एक दुकान में उस समय अफरा-तफरी मच गई जब दक्षिणा के पैसों के बंटवारे को लेकर पंडा समुदाय के दो पक्षों के बीच विवाद ने हिंसक रूप ले लिया। मामूली कहासुनी से शुरू हुआ यह मामला देखते ही देखते हाथापाई और फिर जानलेवा हमले में तब्दील हो गया, जब एक पक्ष के लोगों ने कैंची से हमला कर एक व्यक्ति को गंभीर रूप से घायल कर दिया। घायल को तत्काल इलाज के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया। पुलिस ने घटना के संबंध में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही घटनास्थल पर ड्यूटी में लापरवाही बरतने के आरोप में 24 पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर किया गया है, जिनमें धाम चौकी प्रभारी भी शामिल हैं।

प्राप्त जानकारी के अनुसार, बलुआ घाट निवासी निवेदित भट्ट बुधवार दोपहर को नगर के नए वीआईपी मार्ग पर एक दुकान में बैठे हुए थे। इसी दौरान वहां मौजूद उत्तम पांडेय से दक्षिणा की रकम के बंटवारे को लेकर उनकी बहस हो गई। देखते ही देखते बहस ने उग्र रूप ले लिया और दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। इसी दौरान उत्तम पांडेय के पक्ष के लोगों ने कैंची से निवेदित भट्ट पर हमला कर दिया, जिससे वह लहूलुहान हो गए। स्थानीय लोगों की मदद से घायल को तत्काल सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उसका इलाज चल रहा है।

घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में लिया। घायल निवेदित की ओर से दर्ज कराई गई तहरीर के आधार पर सिगरा पुलिस ने उत्तम पांडेय, चिरंजीव और उत्सव के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तीनों को गिरफ्तार कर लिया। थानाध्यक्ष वैद्यनाथ सिंह ने बताया कि प्राथमिक जांच में यह स्पष्ट हुआ कि दक्षिणा के पैसों को लेकर विवाद हुआ था, जो मारपीट और फिर जानलेवा हमले में बदल गया।

इस घटना के बाद पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की गई, जिसमें यह साफ तौर पर सामने आया कि निवेदित भट्ट पर कैंची से हमला किया गया था। इस आधार पर पुलिस ने मामले में धाराओं को बढ़ाते हुए हत्या के प्रयास और कानून व्यवस्था भंग करने के तहत नए सिरे से विवेचना शुरू की है। घटना में प्रयुक्त कैंची को भी बरामद कर लिया गया है।

वहीं, इस संवेदनशील धार्मिक क्षेत्र में हुई गंभीर घटना को लेकर प्रशासन में भी हड़कंप मच गया है। विंध्याचल धाम क्षेत्र की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की भूमिका की समीक्षा की गई, जिसमें गंभीर लापरवाही पाए जाने पर चौकी प्रभारी धाम राजकुमार पांडेय सहित कुल 24 पुलिसकर्मियों को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया गया है। घटनास्थल के निकट ड्यूटी पर मौजूद आरक्षी कांताराम को निलंबित कर दिया गया है।

यह घटना न केवल सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोलती है बल्कि धार्मिक स्थलों पर बढ़ती आंतरिक कलह और पैसों को लेकर हो रही खींचतान की चिंताजनक तस्वीर भी पेश करती है। प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए यह संकेत दिया है कि धार्मिक क्षेत्र की गरिमा बनाए रखने के लिए भविष्य में ऐसी घटनाओं को सख्ती से रोका जाएगा और दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।

स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने इस घटना पर गहरी नाराज़गी जताते हुए धार्मिक स्थलों पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की जवाबदेही तय करने की मांग की है। घटना की जांच जारी है और पुलिस अन्य पहलुओं पर भी पड़ताल कर रही है कि विवाद पूर्व नियोजित था या तत्काल उभरा तनाव। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि कानून व्यवस्था को प्रभावित करने वाले किसी भी तत्व को बख्शा नहीं जाएगा।

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Category: crime uttar pradesh

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