News Report
TRUTH BEHIND THE NEWS

मदरसे में दाखिले को मांगा वर्जिनिटी सर्टिफिकेट, एडमिशन सेल प्रभारी गिरफ्तार

मदरसे में दाखिले को मांगा वर्जिनिटी सर्टिफिकेट, एडमिशन सेल प्रभारी गिरफ्तार

मुरादाबाद के मदरसे में 13 वर्षीय छात्रा के दाखिले के लिए वर्जिनिटी सर्टिफिकेट मांगने पर एडमिशन सेल प्रभारी गिरफ्तार हुआ, मुकदमा दर्ज।

मुरादाबाद: शहर के पाकबड़ा थाना क्षेत्र के लोधीपुर राजपूत स्थित मदरसा जामिया एहसान-उल-बनात में आठवीं कक्षा में दाखिला कराने गए एक परिवार के आरोपों के बाद पुलिस ने शुक्रवार को मदरसे के एडमिशन सेल के प्रभारी मो. शाहजहां के खिलाफ मामला दर्ज करते हुए उन्हें गिरफ्तार कर लिया है। शिकायतकर्ता के अनुसार मदरसा प्रशासन ने दाखिले से पहले 13 वर्षीय छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट (मेडिकल रिपोर्ट) की मांग की, जिससे छात्रा और उसके परिजन हैरान और आहत महसूस कर रहे हैं। पुलिस ने प्रधानाचार्य रहनुमा और अन्य आरोपियों को पकड़ने के लिए छानबीन तेज कर दी है।

घटना की शुरूआत और परिवार का बयान, शिकायतकर्ता, जो चंडीगढ़ के मनीमाजरा इलाके का रहने वाला टेलर है, ने पुलिस को बताया कि उसने वर्ष 2024 में अपनी बेटी का दाखिला वहीँ के मदरसे में कक्षा सात में कराया था। बेटी ने सातवीं कक्षा उत्तीर्ण कर ली थी और इस वर्ष (2025) आठवीं कक्षा में उसके दाखिले की प्रक्रिया चलनी थी। टेलर ने बताया कि इस साल जुलाई में उसकी पत्नी अपनी माँ की तबीयत खराब होने के कारण प्रयागराज गईं, तब उसने बेटी को चंडीगढ़ ले जाने का निर्णय लिया और 16 जुलाई को बेटी को चंडीगढ़ ले आया। कुछ दिन बाद पत्नी प्रयागराज से लौटीं और 21 अगस्त को बेटी को लेकर मदरसे में दाखिले के लिए पहुँचीं।

आरोपों के मुताबिक, प्रधानाचार्य रहनुमा और एडमिशन सेल के प्रभारी मो. शाहजहां ने पहले दाखिले के लिए 35,000 रुपये जमा कराने को कहा। इसके बाद ही छात्रा से वर्जिनिटी सर्टिफिकेट की मांग की गई, जो परिवार के लिए चौंकाने वाली और अपमानजनक थी। जब पिता को इस बात की जानकारी हुई तो वह भी मदरसे पहुँचे। शिकायत में दावा है कि मदरसा स्टाफ ने उनके साथ अभद्रता की और धक्के देकर उन्हें बाहर कर दिया। इस शिकायत के आधार पर पिता ने पाकबड़ा थाना में तहरीर दी, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की और मो. शाहजहां को गिरफ्तार कर लिया। प्रधानाचार्य रहनुमा तथा अन्य आरोपियों की तलाश जारी है।

पाकबड़ा थाने में पिता की तहरीर के आधार पर बीएनएस की धारा 79, 351(2), 352, 316(2) के साथ-साथ पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया है। (प्रशासनिक रिकॉर्ड और आगे की जांच से ही यह स्पष्ट होगा कि आरोप किस तरह और किस हद तक साबित होते हैं।) पुलिस ने बताया कि गिरफ्तारी की कार्रवाई और आरोपियों की तलाश जारी है तथा तुरंत कानूनी प्रक्रिया अपनाई जा रही है।

मदरसा जामिया एहसान-उल-बनात के सचिव अरबाब शम्सी ने इस मामले पर कहा, "पति-पत्नी के आपसी विवाद में हमारे मदरसे को बदनाम किया जा रहा है। यह बात बिल्कुल गलत है।" सचिव का यह बयान मदरसे प्रशासन की ओर से प्रतिकूल सुचनाओं के खंडन के रूप में आया है। प्रशासन का यह भी कहना है कि मदरसे का नाम गलत तरीके से जोड़ा जा रहा है, वहीँ पुलिस अपनी जांच के आधार पर निष्पक्ष कार्रवाई कर रही है।

छोटे बच्चों के साथ संवेदनशील मामलो में केवल आरोप ही नहीं, बल्कि सत्यापित चिकित्सा, साक्ष्य और कानूनी प्रक्रिया का पालन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। वर्जिनिटी सर्टिफिकेट जैसी मांगें नाबालिग की गरिमा और निजता से संबंध रखती हैं और इनके बारे में स्थानीय और राष्ट्रीय स्तर पर संवेदनशीलता बरती जाती है। इस मामले में पुलिस की जांच, स्कूल/मदरसे के अभिलेख, दाखिला से जुड़े भुगतान के रसीद या बैंक लेन-देन और मौजूद गवाहों के बयान घटना की सच्चाई उजागर करेंगे।

पुलिस ने आरोपियों की खोजबीन तेज कर दी है और आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के तहत आगे की पूछताछ, सबूत इकट्ठा करने और जांच पूरी करने का काम जारी रहेगा। पीड़ित परिवार ने स्थानीय प्रशासन और कानून-व्यवस्था से निष्पक्ष तथा त्वरित जांच की उम्मीद जताई है। कोर्ट और जांच एजेंसियों के निर्देशों और रिपोर्ट के आधार पर ही आगे की कानूनी कार्यवाही तय होगी।

यह मामला स्थानीय समुदाय के लिए संवेदनशील विषय बन गया है और आगाह करने वाली बात यह है कि शिक्षा संस्थानों में दाखिले की प्रक्रिया पारदर्शी और सम्मानजनक होनी चाहिए। पुलिस ने स्पष्ट किया है कि जिस भी व्यक्ति के खिलाफ सबूत मिलेंगे, उसके विरुद्ध सख्ती से कार्रवाई की जाएगी और पीड़ित पक्ष के संरक्षण तथा गुहानित साक्ष्यों की सुरक्षा का भी ख्याल रखा जाएगा। जांच पूरी होने के बाद ही मामले के और विवरण सार्वजनिक किए जाएंगे।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL
News Report Youtube Channel

LATEST NEWS