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वाराणसी: अमूल डेयरी में नौकरी के नाम पर ठगी, एक अभियुक्त गिरफ्तार

वाराणसी: अमूल डेयरी में नौकरी के नाम पर ठगी, एक अभियुक्त गिरफ्तार

वाराणसी के फूलपुर में अमूल डेयरी में नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी का मामला सामने आया है, जिसमें एक आरोपी अखिलेश कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, आरोप है कि उसने 17 लोगों से 5.9 लाख रुपये की ठगी की है।

वाराणसी: फूलपुर थाना क्षेत्र में अमूल डेयरी में नौकरी दिलाने के नाम पर बड़े फर्जीवाड़े का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी अखिलेश कुमार को फूलपुर पुलिस टीम ने शनिवार को ग्राम छेड़ापुर स्थित उसके आवास से दबिश देकर गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी मुखबिर की सूचना पर की गई, जो थाना फूलपुर में दर्ज एक गंभीर धोखाधड़ी के मामले से जुड़ा हुआ था।

यह मामला राहुल कुमार वर्मा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत से जुड़ा है, जिसमें उन्होंने बताया कि उनकी बहन को अमूल डेयरी, फूलपुर, वाराणसी में नौकरी दिलाने का झांसा देकर फर्जी जॉइनिंग लेटर और आईडी कार्ड थमाया गया था। जॉइनिंग की नियत तिथि पर जब उनकी बहन प्लांट पहुंची, तो वहां के प्लांट इंचार्ज ने दस्तावेजों को फर्जी करार देते हुए बताया कि अमूल डेयरी ने ऐसा कोई नियुक्ति पत्र जारी नहीं किया है। इस खुलासे के बाद वादी ने थाना फूलपुर और उच्चाधिकारियों को लिखित रूप में शिकायत दी, जिस पर तत्काल मुकदमा दर्ज किया गया।

जांच के दौरान सामने आया कि आरोपी अखिलेश कुमार ने अकेले नहीं, बल्कि एक संगठित गिरोह के माध्यम से इस ठगी की योजना रची थी। गिरोह में उसका करीबी मित्र अभिषेक (जो स्वयं को एक राजनीतिक दल का स्थानीय नेता बताता है), चंदन पटेल (निवासी साधोगंज), और शिव कुमार पटेल (निवासी ग्राम अदमा, थाना मिर्जामुराद) शामिल थे। यह गिरोह बेरोजगार युवाओं को अमूल डेयरी में नौकरी का लालच देता था और फिर फर्जी नियुक्ति पत्र व आईडी कार्ड बनाकर प्रत्येक व्यक्ति से मोटी रकम वसूलता था।

फूलपुर पुलिस के अनुसार, इस गिरोह ने अब तक 17 लोगों को नकली नियुक्ति पत्र थमाए, जिनसे कुल मिलाकर ₹5.9 लाख की ठगी की गई। आरोपी अखिलेश कुमार से पूछताछ में यह भी पता चला है कि ये जाली नियुक्ति पत्र अमूल डेयरी के नाम और लोगो का दुरुपयोग कर तैयार किए गए थे, जिन पर नकली मोहरें भी लगाई जाती थीं। धनराशि की वसूली नकद और ऑनलाइन माध्यमों से की जाती थी, जिसे बाद में गिरोह के सदस्य आपस में बाँट लेते थे।

फूलपुर थाना प्रभारी निरीक्षक के नेतृत्व में गठित पुलिस टीम अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दे रही है। पुलिस को विश्वास है कि जल्द ही गिरोह के बाकी सदस्यों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। यह मामला एक बार फिर यह साबित करता है कि कैसे बेरोजगारी का फायदा उठाकर कुछ लोग मासूम युवाओं की मेहनत की कमाई को लूटने में लगे हुए हैं। इस प्रकरण के खुलासे ने प्रशासन और स्थानीय नागरिकों को भी सतर्क कर दिया है।

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