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वाराणसी: रिंग रोड पर दर्दनाक हादसा, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बुजुर्ग की ली जान

वाराणसी: रिंग रोड पर दर्दनाक हादसा, तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने बुजुर्ग की ली जान

वाराणसी के सारनाथ-रिंग रोड पर तेज रफ्तार ट्रैक्टर ने एक बुजुर्ग की जान ले ली, हादसे से अवैध मंडियों पर सवाल उठे हैं।

वाराणसी: शुक्रवार को सारनाथ-रिंगरोड पर एक दर्दनाक सड़क हादसे में 63 वर्षीय विनय कुमार सिंह की मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब विनय सिंह दोपहर करीब तीन बजे अपनी बाइक से सरैया स्थित प्लॉट पर जा रहे थे, जहां उनकी जमीन की बाउंड्री का काम चल रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बालू लदा एक ट्रैक्टर बालू मंडी से मुनारी की ओर तेज रफ्तार में जा रहा था, वहीं दूसरी दिशा से विनय सिंह बाइक से आ रहे थे। जैसे ही वह पतेरवां स्थित राजभर बस्ती के मोड़ पर पहुंचे, सामने से आ रहे एक तेज रफ्तार मैजिक वाहन ने उनकी बाइक को जोरदार टक्कर मार दी।

टक्कर के बाद विनय सिंह असंतुलित होकर सड़क पर गिर पड़े और उसी समय पीछे से आ रहे ट्रैक्टर का पहिया उनके सिर पर चढ़ गया, जिससे मौके पर ही उनकी मौत हो गई। हादसे के समय वह हेलमेट नहीं पहने हुए थे। इस भीषण दुर्घटना के बाद ट्रैक्टर चालक वाहन मौके पर छोड़कर फरार हो गया। वाहन पर नंबर प्लेट भी नहीं लगी थी, जिससे उसकी पहचान और अधिक कठिन हो गई। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंची पुलिस ने ट्रैक्टर को कब्जे में लेकर थाने भेज दिया और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।

थाना प्रभारी विवेक कुमार त्रिपाठी ने जानकारी दी कि मृतक विनय कुमार सिंह मूल रूप से बलिया जिले के वीरपुरा चकरा कोल्हूवा नगर के रहने वाले थे। वह पिछले कई वर्षों से वाराणसी में रहकर जमीन संबंधी कार्य कर रहे थे और पिछले छह माह से बेनीपुर में अभिषेक सिंह के मकान में किराए पर रह रहे थे। उनके परिवार में तीन बेटियां और एक बेटा है, जिसकी शादी इसी वर्ष नवंबर में तय है। हादसे की सूचना मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया।

इस घटना ने एक बार फिर से सारनाथ-रिंगरोड क्षेत्र में संचालित हो रही अवैध बालू मंडियों और गिट्टी मंडियों पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सिंहपुर, गोला और ककरहिया जैसे इलाकों में बड़े पैमाने पर अवैध रूप से ट्रैक्टर और भारी वाहनों द्वारा बालू-गिट्टी की ढुलाई हो रही है। इन अवैध मंडियों से प्रतिदिन तेज गति और गलत दिशा में चलने वाले ट्रैक्टरों के कारण सड़क पर चलना बेहद खतरनाक हो चुका है। लोगों की शिकायत है कि नो इंट्री जोन घोषित होने के बावजूद इन क्षेत्रों में ट्रैक्टरों की आवाजाही बेरोकटोक जारी है।

स्थानीय निवासियों का कहना है कि पुलिस और प्रशासन की मिलीभगत से ही यह अवैध कारोबार फल-फूल रहा है, जिससे आम नागरिकों की जान खतरे में पड़ रही है। हादसे अक्सर इसी तरह के ट्रैक्टरों और भारी वाहनों की लापरवाही से होते हैं, लेकिन इनके खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं हो रही। लोग मांग कर रहे हैं कि अवैध मंडियों को तुरंत बंद किया जाए और नो इंट्री नियमों का कड़ाई से पालन कराया जाए, ताकि ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।

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