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वाराणसी: ऑपरेशन चक्रव्यूह में पशु तस्कर गिरफ्तार, बोलेरो से 7 गोवंश बरामद

वाराणसी: ऑपरेशन चक्रव्यूह में पशु तस्कर गिरफ्तार, बोलेरो से 7 गोवंश बरामद

वाराणसी में फूलपुर पुलिस ने ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत एक पशु तस्कर को गिरफ्तार किया, जिसके वाहन से 7 गोवंश बरामद हुए, आरोपी के खिलाफ गोवध निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।

वाराणसी: फूलपुर पुलिस ने ‘ऑपरेशन चक्रव्यूह’ अभियान के तहत मंगलवार को बड़ी सफलता हासिल करते हुए एक कुख्यात पशु तस्कर को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। मुखबिर की सटीक सूचना पर कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने रामपुर अंडरपास के ऊपर, जौनपुर-वाराणसी हाईवे के पास एक महिंद्रा बोलेरो (UP65JT0867) को रोका। वाहन की तलाशी में पुलिस ने उसमें ठूंसकर लादे गए 7 गोवंश,।जिनमें चार सांड और तीन गाय शामिल थे, जिनको बरामद किया। वाहन चालक की पहचान लवकुश गुप्ता (उम्र 32 वर्ष), पुत्र स्व. शंकर गुप्ता, निवासी रामपुर चमरही, थाना बबुरी, जनपद चंदौली के रूप में हुई है, जिसे मौके पर ही हिरासत में ले लिया गया।

थाना फूलपुर पुलिस ने इस मामले में गोवध निवारण अधिनियम की धारा 3/5A/5B/8 तथा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा पंजीकृत कर विधिक कार्रवाई प्रारंभ कर दी है। बरामद गोवंशों की स्थिति खराब बताई जा रही है और उन्हें पशु चिकित्सा सहायता के लिए नजदीकी गोशाला भेजा गया है।

पूछताछ के दौरान लवकुश गुप्ता ने कबूल किया कि वह लंबे समय से गो-तस्करी में लिप्त है। उसने बताया कि गिरफ्तार वाहन रामलखन गुप्ता पुत्र श्यामजी गुप्ता, निवासी कटरिया, थाना अलीनगर, चंदौली का है, जिसका प्रयोग गो-तस्करी के लिए नियमित रूप से किया जाता है। जलालपुर (जौनपुर) से गोवंशों को लादकर वह इन्हें बिहार ले जा रहा था, जहां से इन जानवरों को कंटेनरों में भरकर पश्चिम बंगाल भेजा जाता है, जहां उनका वध किया जाता है। तस्करी से प्राप्त धनराशि को वह अपने साथियों के बीच बांट देता था। उसने स्पष्ट रूप से स्वीकार किया कि आज की कार्रवाई में वह रंगे हाथ पकड़ा गया।

गिरफ्तार आरोपी के आपराधिक इतिहास ने भी पुलिस को चौंकाया। लवकुश गुप्ता के खिलाफ पूर्व में 10 से अधिक आपराधिक मामले विभिन्न थानों में दर्ज हैं, जिनमें मिर्जामुराद, लोहता, अदलहाट, चकिया, बबुरी और शहबाजगंज जैसे स्थान शामिल हैं। आरोपों की सूची में गोवध निवारण अधिनियम, पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, गिरोहबंदी और आबकारी अधिनियम से जुड़े मामले प्रमुख हैं। इनमें से कई मामलों में वह पहले भी गिरफ्तार हो चुका है लेकिन जमानत पर रिहा होकर दोबारा उसी अपराध में लिप्त पाया गया।

पुलिस अधीक्षक ग्रामीण, वाराणसी ने फूलपुर पुलिस की तत्परता और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि ऑपरेशन चक्रव्यूह जैसे अभियान संगठित पशु तस्करी पर लगाम कसने की दिशा में अहम कदम हैं। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार आरोपी के अन्य सहयोगियों की भी तलाश की जा रही है और पूरे नेटवर्क की गहन छानबीन की जा रही है।

जनता के सहयोग से मिले इनपुट और सूचनाओं की पुष्टि करते हुए फूलपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि पशु तस्करों के खिलाफ कठोर कार्रवाई जारी रहेगी। गोवंशों की अवैध तस्करी और हत्या को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। वहीं, बरामद जानवरों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाकर उनका इलाज कराया जा रहा है।

इस घटना ने एक बार फिर यह साबित कर दिया है कि गोवंश की तस्करी को लेकर प्रदेश में सक्रिय गिरोह किस हद तक संगठित हैं और कैसे कानून की आंखों में धूल झोंकने का प्रयास कर रहे हैं। मगर पुलिस प्रशासन की सजगता और नागरिक सतर्कता ने अपराधियों की मंशा पर पानी फेर दिया। ऑपरेशन चक्रव्यूह के तहत की गई यह कार्रवाई कानून-व्यवस्था को सशक्त बनाने की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में देखी जा रही है।

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Category: crime uttar pradesh

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