News Report
TRUTH BEHIND THE NEWS

वाराणसी: अंतर्राज्यीय गौ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत तीन गिरफ्तार, गौवंश बरामद

वाराणसी: अंतर्राज्यीय गौ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़, सरगना समेत तीन गिरफ्तार, गौवंश बरामद

वाराणसी पुलिस ने अंतर्राज्यीय गौ तस्करी गिरोह का पर्दाफाश करते हुए सरगना समेत तीन तस्करों को गिरफ्तार किया है, चार गौवंश व दो वाहन बरामद हुए।

वाराणसी: गौ तस्करी के खिलाफ चलाए जा रहे विशेष अभियान के तहत लंका पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है। पुलिस ने अंतर्राज्यीय स्तर पर सक्रिय एक गौ तस्करी गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए सरगना समेत तीन शातिर तस्करों को गिरफ्तार किया है। इस कार्रवाई में चार गौवंश, एक पिकअप वाहन और बिना नंबर की एक महिंद्रा स्कॉर्पियो भी बरामद की गई है। पुलिस की इस सख्त कार्रवाई से गौ तस्करों में हड़कंप मचा हुआ है।

यह कार्रवाई पुलिस उपायुक्त काशी जोन कमिश्नरेट गौरव बंशवाल और अपर पुलिस उपायुक्त अपराध सरवणन टी. के निर्देशन में तथा सहायक पुलिस आयुक्त भेलूपुर गौरव कुमार के नेतृत्व में की गई। लंका थाना प्रभारी निरीक्षक राजकुमार शर्मा की टीम ने मुखबिर से मिली सटीक सूचना के आधार पर रविवार देर रात लोटूबीर अंडरपास से आगे मलहिया की ओर सर्विस लेन के पास घेराबंदी कर यह कार्रवाई की। पुलिस ने मौके से चार गौवंश लदे एक पिकअप महिंद्रा और उसके आगे-आगे चल रही बिना नंबर की महिंद्रा स्कॉर्पियो के साथ तीन आरोपियों को दबोच लिया।

गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अभिषेक यादव पुत्र भाई राम यादव निवासी मिसिरपुर थाना रोहनिया वाराणसी, विजय यादव उर्फ टिल्लू पुत्र दयालू यादव निवासी छिमिया थाना मुगलसराय जिला चंदौली और मोहम्मद अफरोज शाह पुत्र मोहम्मद साहब जान निवासी सुल्तानपुर रामनगर वाराणसी के रूप में हुई है। तीनों आरोपियों को सोमवार को मीडिया के सामने पेश किया गया।

इस दौरान सहायक पुलिस आयुक्त गौरव कुमार ने खुलासा किया कि पूछताछ में अभियुक्त अभिषेक यादव ने बताया कि पिकअप में लदी गाय और बछड़ों को बिहार में अवैध रूप से बेचने के लिए ले जाया जा रहा था। उसने स्वीकार किया कि वह विजय यादव और मोहम्मद अफरोज शाह के साथ मिलकर लंबे समय से यह काम कर रहा था। तस्करी के दौरान वह और विजय यादव स्कॉर्पियो से आगे-आगे चलकर रास्ते की रैकी करते थे, ताकि पुलिस या अन्य किसी जांच से बचा जा सके। आरोपी ने यह भी बताया कि सोमवार सुबह ही वे इसी पिकअप से एक खेप बिहार बॉर्डर तक पहुंचाकर लौटे थे और दोबारा गौवंश लादकर ले जा रहे थे, तभी चेकिंग के दौरान पुलिस के हत्थे चढ़ गए।

आरोपियों ने यह भी कबूल किया कि गौवंश की तस्करी से उन्हें अच्छा मुनाफा होता था, जिससे वे अपनी आजीविका के साथ-साथ शानो-शौकत की जिंदगी जीते थे। पुलिस ने सभी आरोपियों के खिलाफ गोवध निवारण अधिनियम की धारा 3/5(ए), 5 बी, 8 तथा पशु क्रूरता अधिनियम की धारा 11 के तहत मुकदमा दर्ज कर विधिक कार्रवाई पूरी करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है।

इस पूरी कार्रवाई में प्रभारी निरीक्षक थाना लंका राजकुमार शर्मा के साथ उपनिरीक्षक गौरव कुमार (चौकी प्रभारी रमना), हेड कांस्टेबल विनय कुमार सिंह, कांस्टेबल आलोक कुमार, रामबाबू, धर्मेंद्र यादव, अमित शुक्ला, कृष्णकांत पाण्डेय, सूरज सिंह, पवन कुमार सहित अन्य पुलिसकर्मियों की अहम भूमिका रही। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि गौ तस्करी के खिलाफ अभियान आगे भी पूरी सख्ती के साथ जारी रहेगा और किसी भी हाल में ऐसे अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

FOLLOW WHATSAPP CHANNEL
Bluva Beverages Pvt. Ltd

LATEST NEWS