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वाराणसी: आवासीय कॉलोनी में शराब ठेके के विरोध में महिलाओं ने किया जोरदार प्रदर्शन

वाराणसी: आवासीय कॉलोनी में शराब ठेके के विरोध में महिलाओं ने किया जोरदार प्रदर्शन

वाराणसी की चौबेपुर बलुआघाट रोड पर रिहायशी कॉलोनी में शराब ठेका शिफ्ट करने के विरोध में महिलाओं ने जोरदार प्रदर्शन किया।

वाराणसी: चौबेपुर बलुआघाट रोड के पास स्थित एक रिहायशी कॉलोनी में प्रस्तावित शराब ठेके के खिलाफ बुधवार को स्थानीय महिलाओं ने जोरदार विरोध-प्रदर्शन किया। हाथों में चिमटा, बेलन, हंसिया और तख्तियां लिए सैकड़ों महिलाएं कॉलोनी के मुख्य मार्ग पर एकत्र हो गईं और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। महिलाओं का कहना है कि पहले यह शराब ठेका आबादी से दूर था, लेकिन अब इसे कॉलोनी के एकमात्र सुरक्षित प्रवेश मार्ग पर स्थानांतरित किया जा रहा है, जिससे स्थानीय महिलाओं, बच्चों और खासकर छात्राओं को भारी असुविधा और असुरक्षा का सामना करना पड़ेगा।

प्रदर्शनकारियों ने साफ कहा कि कॉलोनी से बाहर निकलने का यही एकमात्र रास्ता है, जो सीधे हाईवे से जुड़ता है। यदि इसी रास्ते पर शराब ठेका खुलता है तो वहां शराब लेने आने वाले लोगों की भीड़ और उनका व्यवहार असहज और असुरक्षित माहौल बनाएगा। स्थानीय महिला बेबी देवी ने कहा कि ठेका खुलने से न केवल महिलाओं का बाहर निकलना मुश्किल होगा बल्कि यह निर्णय पूरी कॉलोनी की सुरक्षा को खतरे में डाल देगा। वहीं, कॉलोनी की छात्रा मानसी बरनवाल ने बताया कि ठेका उनके घर से महज 10 मीटर की दूरी पर प्रस्तावित है, जिससे वह और अन्य छात्र-छात्राएं मानसिक तनाव में हैं।

मानसी ने बताया कि स्कूल और कोचिंग से लौटते समय उन्हें आए दिन शराबियों की टिप्पणियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे उनका मानसिक संतुलन और पढ़ाई प्रभावित होगी। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं और अभिभावकों ने यह भी आरोप लगाया कि ठेके का स्थान आबकारी नियमों का उल्लंघन करता है। स्थानीय निवासी संतोष बरनवाल ने बताया कि नियमों के अनुसार शराब ठेका रिहायशी क्षेत्र से कम से कम 220 मीटर की दूरी पर होना चाहिए, जबकि प्रस्तावित स्थान केवल 10 मीटर दूर है।

प्रदर्शन के दौरान कॉलोनीवासियों ने जिलाधिकारी, आबकारी विभाग, पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय, और अजगरा विधायक त्रिभुवन राम को ज्ञापन सौंपकर ठेका हटवाने की मांग की। ज्ञापन में यह भी उल्लेख किया गया है कि यदि प्रशासन ने शीघ्र सकारात्मक निर्णय नहीं लिया तो आंदोलन को और व्यापक किया जाएगा। प्रदर्शन में शामिल महिलाओं ने कहा कि वे अपने परिवार और बच्चों की सुरक्षा के लिए किसी भी स्तर तक जाने को तैयार हैं।

धरना प्रदर्शन ग्राम प्रधान राघवेंद्र जायसवाल के मौके पर पहुंचने और लिखित आश्वासन देने के बाद समाप्त किया गया, जिसमें उन्होंने भरोसा दिलाया कि कॉलोनी के हितों की अनदेखी नहीं होगी और ठेका हटवाने के लिए वे स्वयं उच्चाधिकारियों से मिलेंगे। विरोध प्रदर्शन में शामिल प्रमुख महिलाओं में संगीता, दिक्षा, संजना चौहान, निधि, कीर्तन, विजय लक्ष्मी, मीनाक्षी, सीमा, गीता, रामा, संतोष, आशीष, मानसी, अमृता, बेबी, नेहा सहित कई स्थानीय नागरिक शामिल रहे।

स्थानीय जनप्रतिनिधियों और सामाजिक संगठनों ने भी इस मुद्दे पर महिलाओं का समर्थन करते हुए प्रशासन से मामले में तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है। अब यह देखना अहम होगा कि जिला प्रशासन इस विरोध को कितनी गंभीरता से लेता है और कॉलोनीवासियों की सुरक्षा और गरिमा की रक्षा के लिए क्या कदम उठाता है।

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