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वाराणसी: नई बाइक की जिद को लेकर युवक ने की आत्महत्या, HAL में था फिटर

वाराणसी: नई बाइक की जिद को लेकर युवक ने की आत्महत्या, HAL में था फिटर

वाराणसी के आदमपुर में नई बाइक न मिलने पर HAL कर्मी अजय ने फांसी लगाकर जान दे दी, पुलिस जांच जारी है।

वाराणसी: आदमपुर थानाक्षेत्र के हनुमान फाटक इलाके में बीती रात एक युवक ने मामूली विवाद के बाद आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान अजय कुमार यादव के रूप में हुई है, जो हिंदुस्तान एरोनॉटिकल्स लिमिटेड (HAL) में फिटर के पद पर कार्यरत था। बताया जा रहा है कि अजय बीते कई दिनों से अपनी मौसी के बेटे से नई बाइक की मांग कर रहा था। जब उसे बाइक दिलाने से मना किया गया, तो उसने क्षणिक आवेश में आकर अपने कमरे में फांसी लगा ली।

पुलिस के अनुसार, मृतक अजय कुमार यादव मूल रूप से वाराणसी का ही निवासी था और फिलहाल हनुमान फाटक स्थित अपने घर में रह रहा था। उसके माता-पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था, जिसके बाद उसकी परवरिश उसकी मौसी दुर्गा देवी ने की थी। दुर्गा देवी ने बताया कि उन्होंने अजय को बचपन से पाला, पढ़ाया और उसे एक निजी कंपनी में नौकरी दिलवाई थी। वह डेढ़ साल से HAL में फिटर के रूप में कार्य कर रहा था। हाल ही में उसका ट्रांसफर नैनी एयरोस्पेस से कानपुर के लिए हुआ था और वह जल्द ही नई जगह ज्वाइन करने वाला था।

मौसी दुर्गा देवी ने बताया कि अजय पिछले कुछ दिनों से लगातार नई बाइक खरीदने की जिद कर रहा था। घर में इस बात को लेकर कई बार विवाद हुआ। उनका बेटा प्रदीप अजय से कहता था कि पहले पुरानी बाइक से चलाना सीखो, फिर नई बाइक दिला देंगे, लेकिन अजय इस बात पर सहमत नहीं हुआ। उन्होंने बताया कि कल रात भी इसी बात को लेकर बहस हुई थी। बहस के बाद अजय अपने कमरे में चला गया। जब काफी देर तक वह बाहर नहीं आया तो परिवार वालों ने आवाज लगाई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। दरवाजा तोड़कर देखा गया तो अजय फांसी पर लटका मिला।

मौसेरी भाभी पुष्पा ने बताया कि अजय दो दिन पहले भी इस बात को लेकर काफी परेशान था। उसने बालकनी में चढ़कर धमकी दी थी कि अगर उसे नई बाइक नहीं दिलाई गई तो वह कुछ गलत कर लेगा। परिवार ने बहुत समझाने की कोशिश की थी और उसे शांत किया था। उन्होंने बताया कि अजय को बाइक चलाना नहीं आता था, इसलिए उन्होंने पहले सिखाने की बात कही थी। लेकिन उसकी जिद और गुस्से के चलते यह घटना घट गई।

पड़ोसी कैलाश नाथ पांडेय ने बताया कि अजय का स्वभाव कुछ अलग था। बचपन से ही वह जिद्दी स्वभाव का था और जिस चीज की जिद पकड़ लेता, उसे पूरा करने के लिए किसी भी हद तक चला जाता था। कुछ समय पहले भी उसने गुस्से में आकर खतरनाक हरकतें की थीं, लेकिन परिवार ने समझा-बुझाकर उसे शांत कर दिया था।

घटना की जानकारी मिलते ही आदमपुर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की पुष्टि हुई है। पोस्टमॉर्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।

स्थानीय लोगों का कहना है कि अजय मानसिक रूप से कुछ समय से परेशान था और परिवार के साथ छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद करता था। परिजनों का कहना है कि यदि वह अपनी जिद छोड़ देता तो आज जिंदा होता। फिलहाल पुलिस ने मामले में कोई सुसाइड नोट बरामद नहीं किया है, लेकिन जांच जारी है।

यह घटना एक बार फिर यह सवाल खड़ा करती है कि आज की युवा पीढ़ी में मानसिक तनाव और असहिष्णुता कितनी बढ़ चुकी है। छोटी-छोटी बातों पर जीवन समाप्त कर देना समाज के लिए गहरी चिंता का विषय है। परिवार और समाज को ऐसे युवाओं की मानसिक स्थिति पर ध्यान देना चाहिए ताकि इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।

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