Thu, 25 Dec 2025 21:01:09 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: शहर के शांत माने जाने वाले बड़ागांव थाना क्षेत्र की फिजा गुरुवार की शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंज उठी। दयालपुर (रसूलपुर) इलाके में शाम के धुंधलके के बीच जो मंजर देखने को मिला, उसने पूरे क्षेत्र को दहशत में डाल दिया है। बाइक सवार बेखौफ बदमाशों ने सड़क किनारे खड़े युवकों को निशाना बनाते हुए ऐसी ताबड़तोड़ फायरिंग की कि पल भर में हंसी-ठिठोली कर रहे दोस्तों के बीच चीख-पुकार मच गई। हमलावरों ने महज पांच मिनट के भीतर चार राउंड फायरिंग कर कानून व्यवस्था को खुली चुनौती दी, जिसके परिणामस्वरूप एक हंसते-खेलते 14 वर्षीय छात्र की जान चली गई, जबकि दो अन्य युवक खून से लथपथ होकर सड़क पर गिर पड़े। घटना के बाद से पूरे इलाके में सन्नाटा और तनाव पसरा हुआ है, जिसे देखते हुए भारी पुलिस बल तैनात कर दिया गया है।
खूनी खेल की दास्तां: 5 मिनट, 4 राउंड फायर और सब कुछ खत्म
प्रत्यक्षदर्शियों और स्थानीय निवासियों के मुताबिक, घटना शाम करीब सात बजे की है। रसूलपुर न्याय पंचायत के दयालपुर बगीचे के बाहर सड़क पर पांच युवक रोजाना की तरह खड़े होकर आपस में बातचीत कर रहे थे। माहौल बिल्कुल सामान्य था, तभी यमदूत बनकर आए बाइक सवार दो अज्ञात बदमाशों ने वहां ब्रेक लगाया। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि बदमाशों ने आते ही बिना किसी ठोस वजह के गाली-गलौज शुरू कर दी। जब तक वहां मौजूद युवक कुछ समझ पाते या विरोध कर पाते, बदमाशों ने कमर से पिस्टल निकाली और सीधे निशाना साधकर फायरिंग शुरू कर दी। गोलियों की आवाज सुनकर जब तक ग्रामीण मौके की तरफ दौड़े और घेराबंदी की कोशिश की, बदमाश हवा में पिस्टल लहराते हुए मौके से फरार होने में कामयाब हो गए।
बुझ गया घर का चिराग: सीने में गोली लगने से 10वीं के छात्र समीर की मौत
इस वारदात का सबसे हृदय-विदारक पहलू 14 वर्षीय समीर सिंह (पुत्र बनारसी सिंह) की मौत है। रसूलपुर का रहने वाला समीर अभी कक्षा 10 का छात्र था और अपने भविष्य के सपने बुन रहा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बदमाशों की गोली सीधे समीर के सीने में जा लगी, जिससे वह मौके पर ही अचेत हो गया। आनन-फानन में परिजन और ग्रामीण उसे लेकर शिवपुर स्थित एक निजी अस्पताल भागे, लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था। इलाज के दौरान डाक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। किशोर की मौत की खबर जैसे ही गांव में पहुंची, वहां कोहराम मच गया। वहीं, इंदरपुर निवासी 35 वर्षीय रामू यादव को कमर में गोली लगी है, जिनकी हालत बेहद नाजुक देखते हुए बीएचयू ट्रॉमा सेंटर रेफर किया गया है, जहाँ वे जिंदगी और मौत की जंग लड़ रहे हैं। तीसरे घायल अभिषेक यादव का भी उपचार जारी है।
पुलिस छावनी में तब्दील हुआ इलाका, कातिलों की तलाश तेज
सरेराह हुई इस दुस्साहसिक वारदात की सूचना मिलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया। बड़ागांव थाना प्रभारी अमित मिश्रा दलबल के साथ तत्काल मौके पर पहुंचे और घायलों को अस्पताल भिजवाया। घटना की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी गोमती आकाश पटेल और एसीपी पिंडरा प्रतीक कुमार ने खुद मोर्चा संभाला है। पुलिस की अलग-अलग टीमें गठित कर दी गई हैं जो घटनास्थल के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रही हैं ताकि बाइक सवार हत्यारों की पहचान की जा सके। पुलिस अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि बदमाशों के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है और जल्द ही उन्हें कानून की गिरफ्त में ले लिया जाएगा।
फिलहाल, समीर की मौत के बाद गांव में भारी तनाव है। ग्रामीणों में पुलिस प्रशासन के प्रति आक्रोश और सुरक्षा को लेकर डर दोनों देखा जा सकता है। एहतियातन गांव में पीएसी और अतिरिक्त पुलिस बल तैनात कर दिया गया है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय स्थिति से निपटा जा सके। पुलिस का कहना है कि परिजनों की तहरीर के आधार पर सख्त से सख्त विधिक कार्रवाई की जाएगी।