Sat, 15 Nov 2025 13:46:43 - By : Garima Mishra
आगरा के मंटोला क्षेत्र में शुक्रवार देर रात उस समय हड़कंप मच गया जब ढोलीखार मुहल्ले में बने एक फोम के गोदाम में अचानक भीषण आग भड़क उठी। घटना रात लगभग एक बजे हुई, जब इलाके में बारात निकल रही थी और सड़कों पर आतिशबाजी की जा रही थी। पुलिस और स्थानीय लोगों के अनुसार आतिशबाजी से उठी चिंगारी गोदाम के भीतर पहुंच गई और वहां रखे ज्वलनशील फोम ने कुछ ही मिनटों में आग को विकराल रूप दे दिया। आग लगते ही गोदाम की पहली मंजिल से ऊंची लपटें उठने लगीं जिससे आसपास के घरों में दहशत फैल गई और लोग तुरंत घरों से बाहर निकल आए।
गोदाम एक दो मंजिला इमारत में बना है, जिसमें हाजी इरफान, हाजी कलुआ समेत कई व्यापारियों का माल रखा जाता है। रात की निस्तब्धता के बीच जब राहगीरों ने गोदाम की खिड़कियों से उठती तेज लपटें देखीं तो उन्होंने तुरंत पुलिस और फायर ब्रिगेड को सूचना दी। पहले मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाने की कोशिश की, लेकिन फोम के अत्यधिक ज्वलनशील होने के कारण आग तेजी से भूतल तक फैल गई। थोड़ी ही देर में पूरी इमारत धुएं और आग की लपटों में घिर गई और क्षेत्र में अफरा तफरी की स्थिति पैदा हो गई।
घटना की सूचना मिलने के बाद फायर ब्रिगेड की पांच गाड़ियां मौके पर पहुंचीं और दमकलकर्मियों ने कई दिशाओं से पानी की बौछार कर आग को रोकने का प्रयास शुरू किया। आग इतनी तेज थी कि उसे नियंत्रित करने में कई घंटे लग गए। दमकलकर्मियों को गोदाम की संरचना, संकरी गलियों और आसपास बने मकानों के कारण भी अतिरिक्त सावधानी के साथ काम करना पड़ा। आसपास रहने वाले लोग आग पर नियंत्रण तक घरों से बाहर ही रहे और लगातार पुलिस तथा दमकलकर्मियों की सहायता करते रहे।
मुख्य अग्निशमन अधिकारी डी के सिंह ने बताया कि आग पर काबू पा लिया गया है और राहत की बात यह है कि घटना में किसी तरह की जनहानि नहीं हुई है। हालांकि गोदाम के अंदर रखा काफी सामान जलकर नष्ट हो गया है। फिलहाल नुकसान का अनुमान लगाया जा रहा है। प्रारंभिक जानकारी में यह बात सामने आई है कि आतिशबाजी की चिंगारी ही आग लगने का मुख्य कारण हो सकती है, हालांकि पुलिस और फायर विभाग इसकी विस्तृत जांच कर रहे हैं। अधिकारियों का कहना है कि यदि घटना समय रहते न देखी जाती तो नुकसान और भी बड़ा हो सकता था।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि आबादी वाले इलाकों में ज्वलनशील सामग्री के गोदाम किस हद तक सुरक्षित हैं और सार्वजनिक आयोजनों के दौरान आतिशबाजी किए जाने के नियमों का पालन किस तरह किया जाता है। पुलिस अब गोदाम के संचालन से संबंधित दस्तावेज और सुरक्षा व्यवस्थाओं की भी जांच करेगी।