Fri, 25 Jul 2025 15:23:30 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
अलीगढ़: तालानगरी क्षेत्र के कोंडरा गांव में शुक्रवार सुबह एक दिल दहला देने वाली वारदात सामने आई, जिसने न सिर्फ इलाके में सनसनी फैला दी बल्कि कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए। गांव निवासी और पेशे से प्रॉपर्टी डीलर 45 वर्षीय सोनू चौधरी की उनके ही परिचित दो हमलावरों ने बेहद सुनियोजित ढंग से गोली मारकर हत्या कर दी। घटना गांव से महज 200 मीटर की दूरी पर घटी, जहां सोनू को निशाना बनाकर करीब दर्जन भर गोलियां चलाई गईं। सोनू भाजपा के सक्रिय कार्यकर्ता भी थे, जिनकी सामाजिक और राजनीतिक पकड़ क्षेत्र में मजबूत मानी जाती थी।
परिवार के अनुसार, सोनू चौधरी सुबह करीब 9 बजे अपने घर से अकेले क्रेटा कार में निकले थे। गांव से कुछ ही दूरी पर बाइक सवार दो युवक पहले से घात लगाए बैठे थे। जैसे ही सोनू वहां पहुंचे, बाइक सवारों ने उनकी कार को रुकवाया। एक हमलावर आगे की सीट पर सोनू के बगल में बैठ गया जबकि दूसरा कार के ड्राइवर साइड पर खड़ा रहा। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों के बीच करीब 5-7 मिनट तक बातचीत भी हुई। इसी दौरान मृतक का भतीजा सुमित वहां से गुजरा जिसने इस दृश्य को देखकर सामान्य बातचीत समझा और आगे निकल गया।
कुछ ही मिनटों बाद अचानक ड्राइवर साइड खड़े युवक ने सोनू पर चार गोलियां दागीं, जिसके बाद अंदर बैठे हमलावर ने भी ताबड़तोड़ करीब 7-9 राउंड फायर किए। सोनू को गोलियों से छलनी कर हमलावर तुरंत बाइक लेकर भाग निकले। गोलीबारी की आवाज सुनते ही आसपास के ग्रामीण घटनास्थल की ओर दौड़े और तत्काल परिजनों को सूचना दी गई। परिजन सोनू को लेकर आनन-फानन में क्वार्सी क्षेत्र स्थित एक निजी अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
हत्या की खबर मिलते ही पुलिस प्रशासन में हड़कंप मच गया। एसएसपी संजीव सुमन खुद मौके पर पहुंचे और फील्ड यूनिट टीम के साथ घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने कार की गहन जांच कर घटनास्थल से फोरेंसिक साक्ष्य एकत्र कराए। एसएसपी ने मौके पर मौजूद थाना पुलिस और एसओजी टीम को तुरंत आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए और हमलावरों की गिरफ्तारी को प्राथमिकता देने के आदेश दिए।
पुलिस की शुरुआती जांच में यह बात स्पष्ट हुई है कि हत्या में शामिल दोनों युवक सोनू के परिचित थे। जिस सहजता से एक हमलावर कार में बैठा और कार स्टार्ट व एसी चालू होने की स्थिति में बात करता रहा, वह संकेत देता है कि सोनू हमलावरों से पूरी तरह परिचित और आश्वस्त थे। परिवार का कहना है कि सोनू बेहद सतर्क और तेज दिमाग व्यक्ति थे, किसी अनजान को वह यूं ही अपनी गाड़ी में नहीं बैठाते। बावजूद इसके, फिलहाल परिवार किसी पुरानी रंजिश या दुश्मनी की आशंका से इनकार कर रहा है।
घटनास्थल से लौटते वक्त प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि उन्होंने दो लोगों को बाइक से तेजी से गांव की ओर भागते देखा था। इसी आधार पर पुलिस ने गांव के आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू कर दी है और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर हत्यारों की पहचान में जुट गई है।
मृतक के बड़े भाई देवेंद्र चौधरी, जो घटना के वक्त मौके पर भी मौजूद रहे, ने हत्या के कारण को लेकर फिलहाल कोई स्पष्ट जानकारी नहीं दी। पुलिस तहरीर मिलने का इंतजार कर रही है, जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज कर जांच को औपचारिक रूप से आगे बढ़ाया जाएगा।
क्षेत्र में इस दुस्साहसिक हत्याकांड से दहशत का माहौल है। स्थानीय लोगों और राजनीतिक कार्यकर्ताओं में शोक और आक्रोश व्याप्त है। परिजन और गांव वाले इस बात पर चिंतित हैं कि अगर भाजपा जैसे बड़े राजनीतिक दल का सक्रिय कार्यकर्ता दिनदहाड़े इस तरह मारा जा सकता है, तो आम लोगों की सुरक्षा का क्या होगा?
फिलहाल पुलिस ने विभिन्न पहलुओं से जांच शुरू कर दी है और हत्यारों की जल्द गिरफ्तारी का भरोसा दिलाया है। क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है तथा संदिग्धों की धरपकड़ के लिए अलग-अलग टीमें गठित कर दी गई हैं।