Mon, 23 Jun 2025 21:31:38 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: केंद्र सरकार के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह सोमवार शाम वाराणसी पहुंचे। वह दो दिवसीय दौरे पर काशी आए हैं, जहां वह मंगलवार को आयोजित हो रही 25वीं मध्य क्षेत्रीय परिषद की महत्वपूर्ण बैठक में हिस्सा लेंगे। बाबतपुर स्थित लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर गृह मंत्री का स्वागत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने स्वयं किया। इस दौरान उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव भी मौजूद रहे।
एयरपोर्ट पर केंद्रीय मंत्री अमित शाह और राज्यों के मुख्यमंत्रियों के स्वागत के लिए उत्तर प्रदेश सरकार के कई वरिष्ठ मंत्री एवं प्रशासनिक अधिकारी भी उपस्थित रहे। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर, नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा, जल शक्ति मंत्री स्वतंत्र देव सिंह, औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी, वाराणसी की जिला पंचायत अध्यक्ष पूनम मौर्य, विधायक डॉ अवधेश सिंह, विधायक सौरभ श्रीवास्तव, एमएलसी हंसराज विश्वकर्मा, मंडलायुक्त एस. राजलिंगम समेत कई गणमान्य लोगों ने अतिथियों का स्वागत किया।
हवाई अड्डे से सभी नेता सीधे काशी कोतवाल बाबा कालभैरव मंदिर पहुंचे। बाबा कोतवाल के रूप में पूजित बाबा कालभैरव के दरबार में गृह मंत्री शाह सहित सभी मुख्यमंत्रियों ने विधिवत आरती उतारी और पूजा-अर्चना की। कालभैरव मंदिर के दर्शन के बाद सभी मेहमान ताज होटल नदेसर रवाना हुए, जहां उनका रात्रि विश्राम तय है। इसी होटल में मंगलवार को सुबह 11 बजे से दोपहर 2 बजे तक मध्य क्षेत्रीय परिषद की 25वीं बैठक आयोजित की जाएगी।
यह पहली बार है जब यह महत्वपूर्ण बैठक वाराणसी में हो रही है। मध्य क्षेत्रीय परिषद की पिछली यानी 24वीं बैठक उत्तराखंड में आयोजित हुई थी। इस बार की बैठक को लेकर खास तैयारियां की गई हैं, क्योंकि इसमें चार राज्यों उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, गृह सचिवों के साथ ही नीति आयोग, गृह मंत्रालय और अंतर राज्य परिषद के वरिष्ठ अधिकारी भी भाग लेंगे। बैठक में क्षेत्रीय सुरक्षा, आपसी समन्वय, कानून व्यवस्था, आधारभूत ढांचे का विकास, सीमावर्ती सहयोग और अन्य सामयिक मुद्दों पर व्यापक विचार-विमर्श प्रस्तावित है।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी में अपने दो दिवसीय प्रवास के दौरान अतिथियों के लिए विशेष रात्रिभोज का भी आयोजन किया है। साथ ही सभी राज्यों के प्रतिनिधिमंडल को बाबा विश्वनाथ धाम और बाबा कालभैरव के दर्शन कराने की विशेष योजना बनाई गई है। यह आयोजन केवल औपचारिक चर्चा का मंच नहीं, बल्कि चार राज्यों के समन्वय और सामूहिक विकास की दिशा में एक प्रभावशाली प्रयास भी माना जा रहा है।
गौरतलब है कि मध्य क्षेत्रीय परिषद की बैठकें भारत सरकार द्वारा राज्यों के बीच समन्वय स्थापित करने, विकास से जुड़े मुद्दों पर संवाद को बढ़ावा देने और साझा नीतियों पर निर्णय लेने के लिए समय-समय पर आयोजित की जाती हैं। काशी में हो रही यह बैठक अपने आप में ऐतिहासिक है, क्योंकि इस धार्मिक और सांस्कृतिक नगरी में पहली बार नीति निर्माण से जुड़ा इतना बड़ा आयोजन हो रहा है। अब सबकी निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि काशी में हो रही इस महत्वपूर्ण बैठक से क्षेत्रीय विकास और सहयोग को कितना बल मिलेगा।