Sun, 31 Aug 2025 21:55:43 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
अमरोहा: पुलिस ने नशे के कारोबार पर कड़ा प्रहार करते हुए रविवार को मादक पदार्थों की तस्करी में संलिप्त एक संगठित गिरोह का पर्दाफाश किया। इस गिरोह में दो वर्दीधारी पुलिसकर्मी भी शामिल पाए गए, जिससे मामले ने और गंभीर रूप ले लिया है। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से लगभग 1.34 किलोग्राम स्मैक बरामद की है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करीब 40 लाख रुपये आंकी गई है।
पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद के नेतृत्व में चलाए गए विशेष अभियान के तहत यह कार्रवाई सैदनगली थाना पुलिस, एसओजी और सर्विलांस टीम की संयुक्त टीम ने की। अधिकारियों ने बताया कि रविवार सुबह उझारी-ढबारसी मार्ग पर गंगा एक्सप्रेसवे पुल के नीचे चेकिंग अभियान के दौरान एक वैगनआर कार को रोका गया। वाहन की तलाशी में स्मैक बरामद हुई और कार में सवार छह लोगों को मौके पर ही गिरफ्तार कर लिया गया।
गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सिपाही योगेश कुमार और सिपाही आशु सैनी, आदमपुर थाना क्षेत्र के गांव सांथलपुर निवासी गौरव कुमार, गाराबपुर उर्फ रूस्तमपुर निवासी नाजिम, रहरा क्षेत्र के फूलपुर गांव निवासी आदिल और एक नाबालिग के रूप में हुई है। दोनों सिपाही आदमपुर थाना क्षेत्र की ढबारसी पुलिस चौकी में तैनात थे। वर्दीधारी सिपाहियों का इस तरह के अपराध में लिप्त होना विभाग के लिए गंभीर चिंता का विषय माना जा रहा है।
पुलिस पूछताछ में इस गिरोह की कार्यप्रणाली से जुड़ी चौंकाने वाली जानकारी सामने आई। आरोपियों ने कबूल किया कि उन्होंने यह स्मैक किसी तस्कर से खरीदी नहीं थी, बल्कि छीनने की साजिश रची थी। 19 जुलाई को नाजिम, आदिल, गौरव और नाबालिग आरोपी ने मयंक यादव नामक युवक से संपर्क किया, जिसके पास बड़ी मात्रा में स्मैक थी। जब सौदेबाजी चल रही थी, तभी दोनों पुलिसकर्मी वर्दी में वहां पहुंचे और अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए मयंक यादव को डराकर वहां से भगा दिया। इसके बाद स्मैक को कब्जे में लेकर अपने गिरोह के साथ मिलकर बेचने की योजना बनाई गई।
पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी इस खेप को दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में खपाने जा रहे थे, ताकि उससे मोटी रकम हासिल कर आपस में बांट सकें। लेकिन पुलिस की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई ने उनकी योजना पर पानी फेर दिया। सभी आरोपियों के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है और उन्हें कोर्ट में पेश करने की तैयारी की जा रही है।
इस पूरे अभियान में सैदनगली थाना पुलिस के साथ-साथ एसओजी और सर्विलांस टीम ने अहम भूमिका निभाई। पुलिस अधीक्षक अमित कुमार आनंद ने टीम की सराहना करते हुए कहा कि यह कार्रवाई नशे के खिलाफ चल रहे अभियान की बड़ी सफलता है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि विभागीय जांच में दोषी पाए जाने पर दोनों सिपाहियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।