Mon, 08 Sep 2025 14:42:14 - By : Garima Mishra
आजमगढ़ : जिले की सगड़ी तहसील के देवारा क्षेत्र में बह रही सरयू नदी के जलस्तर में रविवार को हल्की कमी दर्ज की गई, लेकिन खतरे का स्तर अभी भी पार है। नदी के जलस्तर में उतार आने के बावजूद कई गांव बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं और संपर्क मार्ग डूबे रहने से ग्रामीणों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
शनिवार से रविवार शाम चार बजे तक मुख्य माप स्थल बदरहुआ नाला पर 10 सेंटीमीटर और न्यूनतम गेज डिघिया नाला पर पांच सेंटीमीटर की कमी दर्ज की गई। इसके बाद भी बदरहुआ नाला पर जलस्तर खतरा बिंदु से 22 सेंटीमीटर और डिघिया नाला पर 82 सेंटीमीटर ऊपर दर्ज किया गया। जलस्तर अधिक रहने के कारण वीरेंद्र, कृपाल, बेचन, केडी और द्वारिका के मकान कटान की चपेट में हैं। इन्हें बचाने के लिए बाढ़ खंड झगरहवा की ओर से लगातार चौथे दिन प्रयास जारी रहा।
देवारा खास राजा क्षेत्र के प्राथमिक विद्यालय बगहवा गेट से पानी थोड़ा पीछे हटा है। यदि जलस्तर में लगातार गिरावट जारी रहती है तो सोमवार से स्कूल में पढ़ाई दोबारा शुरू होने की संभावना है। फिलहाल गांवों के रास्ते डूबे होने से लोग काफी परेशान हैं। कई परिवार महुला गढ़वल बांध तक पहुंचने के लिए लंबा चक्कर लगाने को मजबूर हैं, जबकि कुछ जगहों पर लोग नाव का सहारा ले रहे हैं।
इस साल दूसरी बार आई बाढ़ से लगभग 19 एकड़ जमीन सरयू नदी में समा चुकी है। इसमें झगरहवा पुरवा की करीब नौ एकड़ जमीन भी शामिल है। शनिवार शाम को बदरहुआ नाला पर खतरा बिंदु 71.68 मीटर से ऊपर 72 मीटर जलस्तर दर्ज किया गया था। रविवार शाम तक यह स्तर 71.90 मीटर पर आ गया, हालांकि अभी भी खतरे की सीमा से ऊपर है। डिघिया नाला पर भी शनिवार को खतरा बिंदु 70.40 मीटर से ऊपर 71.27 मीटर जलस्तर था, जो रविवार को घटकर 71.22 मीटर दर्ज हुआ।
हालांकि तीन दिन बाद जलस्तर में कमी ने थोड़ी राहत दी है, लेकिन क्षेत्र में तेज हवा चलने पर कटान और बढ़ने की आशंका जताई जा रही है। ग्रामीणों की चिंता अभी भी बनी हुई है क्योंकि नदी का स्तर मामूली उतार के बावजूद खतरे की सीमा को लांघे हुए है और हालात पूरी तरह सामान्य होने में समय लग सकता है।