बदायूं: बारिश के गड्ढे में नहाते समय दो सगे भाइयों की डूबने से हुई दर्दनाक मौत

बदायूं में बारिश के पानी से भरे गड्ढे में नहाते समय दो सगे भाइयों की डूबने से मौत हो गई, जबकि एक किशोर गंभीर है।

Mon, 04 Aug 2025 20:26:36 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

बदायूं: बिल्सी थाना क्षेत्र के वैन गांव में सोमवार की दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जिसने पूरे इलाके को शोक में डुबो दिया। गांव के ही खेत में बारिश के पानी से भरे एक गड्ढे में नहाने गए तीन किशोरों में से दो सगे भाइयों की डूबने से मौत हो गई, जबकि तीसरे किशोर को ग्रामीणों की तत्परता से बचा लिया गया। फिलहाल वह भी गंभीर हालत में है और अस्पताल में उपचाराधीन है।

यह हादसा वैन गांव से सिद्धपुर की ओर जाने वाले मार्ग के पास एक खेत में हुआ, जहां हाल ही में हुई भारी बारिश के चलते एक गहरे गड्ढे में पानी भर गया था। सोमवार दोपहर करीब तीन बजे गांव निवासी वेदप्रकाश के बेटे नवनीत (14) और भुवनेश (9), अपने दोस्त अमर (10) के साथ उसी गड्ढे में नहाने चले गए। तीनों को पानी की गहराई का अंदाजा नहीं था, और जैसे ही वे गहरे हिस्से की ओर बढ़े, अचानक डूबने लगे।

गंभीर स्थिति में पहुंचे अमर ने डूबते वक्त ज़ोर-ज़ोर से "बचाओ-बचाओ" की आवाज़ लगाई, जिसे पास के खेत में काम कर रहे कुछ ग्रामीणों ने सुन लिया। वह लोग तुरंत घटनास्थल की ओर दौड़े और पानी में उतरकर तीनों बच्चों को किसी तरह बाहर निकाला। आनन-फानन में तीनों को बिल्सी स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने नवनीत और भुवनेश को मृत घोषित कर दिया। अमर की हालत अभी भी गंभीर बनी हुई है।

हादसे की सूचना मिलते ही बिल्सी थाना पुलिस मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। दोनों मृतक बच्चों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है और ग्रामीणों से जानकारी जुटाई जा रही है।

मृत बच्चों के पिता वेदप्रकाश पेशे से तांगेवाले हैं और अपनी मेहनत से चार बच्चों का पालन-पोषण कर रहे थे। उनका परिवार बेहद साधनहीन है। वेदप्रकाश के दो बेटे और दो बेटियां थीं। दोनों बेटों की एक साथ हुई मौत से पूरे परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है। घर में मातम पसरा हुआ है, मां और बहनों का रो-रोकर बुरा हाल है। बहन लवली और बबली अपने भाइयों के शवों को देखकर बेसुध हो जा रही थीं।

यह दर्दनाक हादसा ना केवल वेदप्रकाश के परिवार के लिए बल्कि पूरे गांव के लिए भी एक गहरी चोट बन गया है। ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि ऐसे जलभराव वाले गड्ढों को सुरक्षित बनाया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी कोई त्रासदी दोबारा न हो।

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