Sat, 18 Oct 2025 11:23:55 - By : Shriti Chatterjee
राज्य स्वास्थ्य विभाग ने भदोही जिले में गलत मेडिकल प्रथाओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई की है। शुक्रवार को जिले में संचालित दो अस्पतालों का पंजीकरण रद्द कर दिया गया। यह कार्रवाई उस समय हुई जब पता चला कि ये अस्पताल वाराणसी के नेत्र रोग विशेषज्ञ की डिग्री का उपयोग करके चलाए जा रहे थे।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. एसके चक ने बताया कि मनीष अस्पताल और निशा क्लीनिक नामक ये अस्पताल डॉ. गौरव अग्रवाल, जो वाराणसी में वरदान नेत्रालय चलाते हैं, के नाम का उपयोग कर संचालित किए जा रहे थे। यह मामला तब सामने आया जब डॉ. अग्रवाल ने अपने अस्पताल के पंजीकरण का नवीनीकरण कराने के लिए आवेदन किया। इसी प्रक्रिया के दौरान यह खुलासा हुआ कि उनके नाम और डिग्री का गलत इस्तेमाल किया जा रहा था।
डॉ. अग्रवाल ने बुधवार को इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत के बाद स्वास्थ्य विभाग ने दोनों अस्पतालों को नोटिस भेजकर जवाब मांगा। शुक्रवार को दोनों अस्पतालों के पंजीकरण रद्द कर दिए गए।
सीएमओ ने बताया कि इन अस्पतालों से जुड़े फर्जी चिकित्सकों के खिलाफ अपराध पंजीकृत कराने की प्रक्रिया जारी है और जांच जारी रहेगी। इसके साथ ही, लोगों से अनुरोध किया गया है कि इलाज से पहले डॉक्टर की प्रामाणिकता जरूर जांचें।
एक अलग मामले में, एक रिटायर्ड एसबीआई अधिकारी ने साइबर ठगी की शिकायत दर्ज कराई, जिसमें उन्हें 50 हजार रुपये की हानि हुई। जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों का पता लगाया जा रहा है।
ये कार्रवाई स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता बनाए रखने और नागरिकों को धोखाधड़ी से बचाने के प्रयासों का हिस्सा है।