वाराणसी: BHU में विभागाध्यक्ष पर हमला, प्रोफेसर ने छात्र के जरिए कराई पिटाई, मुठभेड़ में आरोपी गिरफ्तार

बीएचयू के तेलुगु विभाग में विभागाध्यक्ष पर हुए हमले का पुलिस ने किया खुलासा, आपसी मनमुटाव के चलते प्रोफेसर ने कराया था हमला।

Wed, 13 Aug 2025 11:51:30 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA

वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के तेलुगु विभाग में हुए एक चौंकाने वाले हमले के पीछे का सच अब पुलिस जांच में उजागर हो गया है। जांच में सामने आया है कि विभाग के ही एक प्रोफेसर ने आपसी मनमुटाव के चलते विभागाध्यक्ष प्रो. सी.एस. रामचंद्र मूर्ति पर हमला कराने की योजना रची थी। इस साजिश को अंजाम देने के लिए प्रोफेसर ने अपने पूर्व शोध छात्र की मदद ली, जिसने प्रयागराज निवासी प्रमोद कुमार उर्फ गणेश पासी को शामिल कर गाजीपुर से दो बदमाश बुलवाए।

28 जुलाई 2025 की शाम, बदमाशों ने BHU परिसर में बिरला छात्रावास चौराहे के पास विभागाध्यक्ष को रोककर स्टील की रॉड से बेरहमी से पिटाई की। इस हमले में प्रो. मूर्ति के दोनों हाथों में गंभीर फ्रैक्चर हो गए और उन्हें लंबे समय तक ट्रॉमा सेंटर में इलाज कराना पड़ा। पुलिस का कहना है कि यह हमला जान-बूझकर इस तरह किया गया था कि उनके हाथ टूट जाएं।

योजना की परत-दर-परत खुलासा

कमिश्नरेट पुलिस की गुप्त जांच, सर्विलांस डाटा और सीसीटीवी फुटेज की मदद से इस साजिश का खुलासा हुआ। शुरुआती पूछताछ में प्रो. मूर्ति ने कहा था कि उनकी किसी से दुश्मनी नहीं है, लेकिन विभाग से मिले इनपुट और आपसी कहासुनी के संकेतों के आधार पर पुलिस ने गहराई से जांच शुरू की।

पुलिस के अनुसार, तेलुगु विभाग के प्रोफेसर और विभागाध्यक्ष के बीच कुछ मुद्दों पर तीखी कहासुनी हुई थी। इससे नाराज प्रोफेसर ने अपने तेलंगाना निवासी पूर्व शोध छात्र से संपर्क साधा। उस छात्र ने प्रयागराज में रहने वाले अपने परिचित गणेश पासी को विभागाध्यक्ष पर हमला करने की सुपारी दी।

हमले का दिन और घटनाक्रम

हमले के दिन, प्रयागराज से आए बदमाशों को BHU कैंपस के बाहर बाइक उपलब्ध कराई गई। दोनों आरोपी बिरला हॉस्टल चौराहे के पास इंतजार करने लगे। जैसे ही प्रो. मूर्ति वहां से गुजरे, उन पर लोहे की रॉड से ताबड़तोड़ वार किए गए। घटना के बाद आरोपी हाईवे की ओर भाग निकले।

गंभीर रूप से घायल प्रो. मूर्ति को तत्काल ट्रॉमा सेंटर ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने पुष्टि की कि दोनों हाथों में मल्टीपल फ्रैक्चर हैं।

मुठभेड़ में मुख्य आरोपी गिरफ्तार

लंका पुलिस और एसओजी-2 की संयुक्त टीम ने मंगलवार रात नुआव क्षेत्र में घेराबंदी कर गणेश पासी को पकड़ने की कोशिश की। इस दौरान पासी ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी कार्रवाई में उसके बाएं पैर में गोली लगी। घायल हालत में उसे BHU ट्रॉमा सेंटर में भर्ती कराया गया।

डीसीपी क्राइम सरवणन टी. ने बताया कि गणेश से गाजीपुर के दोनों फरार बदमाशों के बारे में पूछताछ की जा रही है। एसीपी भेलूपुर गौरव कुमार और लंका इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई के लिए डीसीपी काशी गौरव बंशवाल ने टीम को पुरस्कृत करने की घोषणा की है।

विश्वविद्यालय में उबाल

हमले की घटना के बाद BHU के शिक्षकों में आक्रोश फैल गया था। बड़ी संख्या में शिक्षक विश्वविद्यालय के मुख्य द्वार पर धरने पर बैठ गए और सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाए। कांग्रेस और सपा नेताओं ने भी इस हमले को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी, जबकि भाजपा नेताओं ने ट्रॉमा सेंटर जाकर प्रो. मूर्ति का हालचाल लिया।

अभी बाकी है असली साजिशकर्ता की पहचान

हालांकि पुलिस ने मुख्य सुपारी किलर को गिरफ्तार कर लिया है, लेकिन साजिश रचने वाले तेलुगु विभाग के प्रोफेसर की औपचारिक पहचान और गिरफ्तारी अभी बाकी है। पुलिस का दावा है कि जल्द ही मामले में सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर पूरी साजिश का खुलासा कर दिया जाएगा।

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