Mon, 18 Aug 2025 23:56:11 - By : Sayed Nayyar
वाराणसी: रामनगर थाना क्षेत्र अंतर्गत रामपुर वार्ड में उस समय सन्नाटा पसर गया जब काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के स्नातकोत्तर (एम.ए.) के छात्र ने अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली। स्वामी जी की कुटिया के पास रहने वाले 22 वर्षीय हर्ष कुमार, जो किसी बात से आहत होकर गहरे तनाव में थे, ने आज दोपहर अचानक कीटनाशक दवा (सल्फास) का सेवन कर लिया। घटना की जानकारी होते ही परिवारजन घबराकर उन्हें तत्काल कबीरचौरा पंडित दीनदयाल उपाध्याय अस्पताल ले गए, जहां गंभीर हालत में उनका उपचार शुरू किया गया। लेकिन कुछ ही घंटों के भीतर उनकी सांसें थम गईं और डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
मृतक हर्ष कुमार, दुर्गा दास का पुत्र था और काशी हिंदू विश्वविद्यालय में एम.ए. का छात्र था। उनके पिता स्वयं भी बीएचयू में कार्यरत हैं। बेटे की मौत की खबर सुनते ही परिवार पर मानो पहाड़ टूट पड़ा। मां और बहनें लगातार रो-रोकर बेहाल हैं, वहीं पिता की स्थिति भी बदहवासी में है। घर के बाहर और मोहल्ले में एकदम शोक का वातावरण व्याप्त है। हर कोई इस दर्दनाक घटना को लेकर स्तब्ध और निराश है कि एक होनहार छात्र ने इतनी कम उम्र में यह कदम क्यों उठाया।
सूचना अस्पताल से मेमो के जरिए शाम को पुलिस तक पहुंची। उसके बाद रामनगर पुलिस टीम मौके पर पहुंची और औपचारिक कार्रवाई करते हुए शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है ताकि यह स्पष्ट हो सके कि हर्ष ने आत्मघाती कदम उठाने का कारण क्या था।
स्थानीय लोगों का कहना है कि हर्ष एक शांत और गंभीर स्वभाव का छात्र था। पढ़ाई में अच्छा था और आगे चलकर परिवार का सहारा बनने की उम्मीदें उससे जुड़ी थीं। उसकी असमय मौत ने परिजनों ही नहीं, पूरे इलाके को हिलाकर रख दिया है। पड़ोसियों का कहना है कि यह घटना छात्रों पर बढ़ते मानसिक दबाव और भावनात्मक अकेलेपन की भी झलक दिखाती है।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की पुष्टि आधिकारिक रूप से की जाएगी, हालांकि परिजन और पुलिस दोनों मान रहे हैं कि सल्फास खाने से ही यह त्रासदी हुई।