Fri, 22 Aug 2025 22:07:26 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के रुइया हॉस्टल (संस्कृत ब्लॉक) के बाहर शुक्रवार रात छात्रों ने मेस में बढ़े हुए सर्विस चार्ज को लेकर जमकर विरोध प्रदर्शन किया। करीब एक घंटे तक नारेबाजी और धरना देने के बाद प्रॉक्टोरियल बोर्ड की हस्तक्षेप से मामला शांत हुआ।
मिली जानकारी के अनुसार, हॉस्टल के मेस में अब तक सालाना दो हजार रुपये का सर्विस चार्ज लिया जाता था। इसे बढ़ाकर तीन हजार रुपये कर दिया गया, जिसके विरोध में 60 से 70 छात्र रात को एकजुट होकर बाहर धरने पर बैठ गए। छात्रों ने आरोप लगाया कि मेस संचालन समिति जबरन धन उगाही कर रही है और उनकी सहमति के बिना शुल्क बढ़ाया गया है।
धरना-प्रदर्शन की सूचना मिलते ही प्रॉक्टोरियल बोर्ड के अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्रों से संवाद किया। बातचीत के दौरान छात्रों ने अपनी समस्याओं और आक्रोश को स्पष्ट रूप से सामने रखा। इसके बाद अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि शनिवार को डीन से बैठक कर इस मुद्दे का समाधान निकाला जाएगा। आश्वासन मिलने पर छात्रों ने रात में अपना धरना समाप्त कर दिया।
बताया जा रहा है कि रुइया हॉस्टल के संस्कृत ब्लॉक में लगभग 250 छात्र रहते हैं। शुक्रवार दिन में ही मेस की बढ़ी हुई फीस को लेकर छात्रों और वार्डेन के बीच तीखी बहस हो चुकी थी। वार्डेन से संतोषजनक जवाब न मिलने के बाद छात्र सामूहिक रूप से हॉस्टल से बाहर निकलकर धरने पर बैठ गए।
इस पूरी घटना ने एक बार फिर बीएचयू में छात्र-प्रशासन के बीच संवादहीनता को उजागर कर दिया है। छात्रों का कहना है कि किसी भी प्रकार की फीस वृद्धि या नई व्यवस्था लागू करने से पहले उनसे विचार-विमर्श किया जाना चाहिए। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि बढ़ते खर्च और मेस प्रबंधन की मजबूरियों को देखते हुए शुल्क में बदलाव किया गया है।
अब सभी की निगाहें शनिवार को होने वाली बैठक पर टिकी हैं। छात्र उम्मीद जता रहे हैं कि उनकी समस्याओं का समाधान निकलेगा और भविष्य में किसी भी निर्णय में उनकी राय को प्राथमिकता दी जाएगी।