Tue, 16 Sep 2025 14:10:30 - By : Garima Mishra
वाराणसी के बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदरलाल अस्पताल के अंतर्गत संचालित आईएमएस बीएचयू ट्रॉमा सेंटर ने मरीजों और उनके परिजनों के लिए एक बड़ी सुविधा शुरू की है। अब अस्पताल में किस यूनिट में कितने बेड खाली हैं और कितने पर मरीज भर्ती हैं, इसकी जानकारी घर बैठे ऑनलाइन मिल सकेगी। इसके लिए ट्रॉमा सेंटर की आधिकारिक वेबसाइट और परिसर में लगाए गए क्यूआर कोड की मदद ली जा सकती है। इस पहल का मकसद है कि मरीज और उनके परिजन बेड की उपलब्धता के लिए इधर-उधर भटकने के बजाय सीधे सही जानकारी प्राप्त कर सकें।
ट्रॉमा सेंटर की वेबसाइट https://traumacentrebhu.com/#/bed-availability
पर यह सारी जानकारी वास्तविक समय में उपलब्ध कराई जा रही है। वेबसाइट पर विभागवार बेड की स्थिति के साथ ही डॉक्टरों की जानकारी, उनकी उपलब्धता, मिलने वाली सेवाएं और अन्य आवश्यक विवरण दिए गए हैं। अस्पताल प्रबंधन ने परिसर में अलग-अलग स्थानों पर क्यूआर कोड भी लगवाए हैं, जिन्हें स्कैन कर मरीज और तीमारदार तुरंत बेड और अन्य सुविधाओं की स्थिति जान सकते हैं। जानकारी हर पांच मिनट में अपडेट होती है, ताकि मरीजों को ताजा स्थिति का अंदाजा हो सके।
वाराणसी सहित पूर्वांचल के विभिन्न जिलों और पड़ोसी राज्यों बिहार, झारखंड और मध्य प्रदेश से बड़ी संख्या में मरीज इस ट्रॉमा सेंटर में इलाज के लिए पहुंचते हैं। सड़क हादसों और गंभीर चोटों से पीड़ित मरीजों के लिए यह केंद्र प्रमुख स्वास्थ्य सुविधा है। यहां कुल 354 बेड उपलब्ध हैं। अब तक मरीजों और उनके परिजनों को खाली बेड की सटीक जानकारी न मिलने पर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था। इमरजेंसी से लेकर वार्ड और आईसीयू तक बेड की उपलब्धता का पता लगाने में समय और ऊर्जा खर्च होती थी। लेकिन नए ऑनलाइन सिस्टम से यह समस्या काफी हद तक दूर हो जाएगी।
ट्रॉमा सेंटर के प्रभारी प्रोफेसर सौरभ सिंह ने बताया कि वेबसाइट पर मरीजों और परिजनों के लिए 22 बिंदुओं पर विस्तृत जानकारी उपलब्ध कराई गई है। इसमें बेड की स्थिति के साथ-साथ विभागवार डॉक्टरों की सूची, ओपीडी का शेड्यूल, आपातकालीन संपर्क नंबर और अस्पताल में मिलने वाली विभिन्न सुविधाओं की जानकारी शामिल है। खास बात यह है कि यह जानकारी हिंदी और अंग्रेजी दोनों भाषाओं में उपलब्ध कराई गई है, ताकि हर मरीज और परिजन आसानी से इसका उपयोग कर सकें।
प्रो. सिंह ने आगे बताया कि इमरजेंसी में भर्ती होने वाले मरीजों और प्रतीक्षारत मरीजों की स्थिति भी वेबसाइट पर लगातार अपडेट होती रहेगी। इससे दूर-दराज से आने वाले लोग पहले से स्थिति देखकर ही अस्पताल पहुंचेंगे और उन्हें अनावश्यक भटकना नहीं पड़ेगा। साथ ही, ओपीडी में किस डॉक्टर की किस दिन ड्यूटी है और किस विभाग में कब सेवाएं उपलब्ध रहेंगी, इसकी जानकारी भी वेबसाइट पर मिलेगी। इस पहल से स्वास्थ्य सेवाओं में पारदर्शिता बढ़ेगी और मरीजों का अनुभव अधिक सहज और सुगम होगा।
यह नया डिजिटल प्रयास मरीजों और उनके परिजनों को राहत देने के साथ ही अस्पताल के कामकाज को भी अधिक व्यवस्थित करेगा। ट्रॉमा सेंटर में बड़ी संख्या में रोजाना मरीज भर्ती होते हैं और अब उन्हें सिर्फ एक क्लिक या क्यूआर कोड स्कैन करने पर सही और अपडेटेड जानकारी मिल सकेगी। इससे आपातकालीन स्वास्थ्य सेवाओं की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार होगा और समय पर उपचार सुनिश्चित हो सकेगा।