Sun, 21 Dec 2025 12:16:54 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
वाराणसी: भारतीय जनता पार्टी के युवा नेता एवं सक्रिय समाजसेवी विश्वास जायसवाल ने अपने साथियों और मित्रों के साथ वृंदावन धाम पहुंचकर प्रसिद्ध संत प्रेमानंद महाराज से भेंट कर उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। इस अवसर पर वातावरण पूर्णतः श्रद्धा, भक्ति और आध्यात्मिक ऊर्जा से परिपूर्ण नजर आया। संत प्रेमानंद महाराज के सान्निध्य में हुई यह मुलाकात केवल औपचारिक नहीं रही, बल्कि समाजसेवा, प्रभु-भाव और जीवन मूल्यों पर गहन विचार-विमर्श का माध्यम बनी।
भेंट के दौरान प्रेमानंद महाराज और विश्वास जायसवाल के बीच समाजसेवा को लेकर सार्थक संवाद हुआ। महाराज ने अपने विचार रखते हुए कहा कि समाजसेवा तभी प्रभु सेवा का रूप लेती है जब उसके पीछे सच्चा भगवत भाव हो। उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा कि यदि हम प्रत्येक व्यक्ति में भगवान का भाव देखें, तो समाज की सेवा करना स्वयं भगवान की सेवा के समान हो जाता है। केवल सेवा करना पुण्य देता है, लेकिन जब सेवा में ईश्वर का भाव जुड़ जाए, तब वह आत्मिक उन्नति और प्रभु मार्ग का द्वार खोलती है।
इस मुलाकात का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें विश्वास जायसवाल यह कहते हुए सुनाई देते हैं कि समाजसेवा के माध्यम से प्रभु सेवा का मार्ग प्रशस्त होता है। महाराज के उपदेशों को ध्यानपूर्वक सुनते हुए सभी उपस्थित लोग भाव-विभोर दिखाई दिए। संत के विचारों ने न केवल युवाओं को प्रेरित किया, बल्कि समाज में सकारात्मक परिवर्तन के प्रति उनकी जिम्मेदारी को भी रेखांकित किया।
मुलाकात के दौरान वाराणसी से भाजपा नेता दीपक जायसवाल ‘मोनू’, डॉ. आनंद यादव तथा समाजसेवी पुनीत जायसवाल भी उपस्थित रहे। सभी ने प्रेमानंद महाराज से व्यक्तिगत रूप से संवाद किया और उनका आशीर्वाद प्राप्त किया। संत के सान्निध्य में हुई यह आध्यात्मिक चर्चा सभी के लिए अविस्मरणीय अनुभव बन गई।
श्रद्धा, सेवा और संस्कारों से जुड़ी यह भेंट न केवल विश्वास जायसवाल के सामाजिक जीवन की एक महत्वपूर्ण कड़ी बनी, बल्कि यह संदेश भी दे गई कि जब राजनीति, समाजसेवा और अध्यात्म एक साथ चलते हैं, तब समाज के लिए एक सशक्त और सकारात्मक दिशा का निर्माण होता है। वृंदावन की इस आध्यात्मिक यात्रा ने सभी सहभागी लोगों के मन में सेवा को साधना और साधना को जीवन का लक्ष्य बनाने की नई प्रेरणा भर दी।