Mon, 21 Jul 2025 12:33:56 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय सचिव और सैयदराजा के पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू के पिता राम अवध सिंह एक सुनियोजित जहरखुरानी वारदात का शिकार हो गए। घटना नागपुर और सिकंदराबाद के बीच चलती ट्रेन में हुई, जब वे रेल यात्रा पर थे। पूरी वारदात को बेहद चुपचाप और शातिर तरीके से अंजाम दिया गया, जिससे यात्रियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, राम अवध सिंह की बोगी में एक अज्ञात युवक सहयात्री के रूप में सवार हुआ। उसने पहले सामान्य बातचीत के जरिए विश्वास अर्जित किया और फिर खाने-पीने की वस्तुएं साझा कीं। जब राम अवध सिंह ने वह खाद्य सामग्री खाई, तो कुछ ही देर में उनकी तबीयत बिगड़ने लगी और वे अचेत हो गए। इसी दौरान आरोपी ने मौके का फायदा उठाते हुए उनके पास रखा कीमती सामान चुपचाप लेकर भाग निकला।
जैसे ही रेलकर्मियों और अन्य यात्रियों को उनकी बिगड़ती हालत का अहसास हुआ, ट्रेन के अगले स्टेशन पर तत्काल सूचना दी गई। रेलवे पुलिस बल (RPF) और गवर्नमेंट रेलवे पुलिस (GRP) की टीम ने सक्रियता दिखाते हुए उन्हें तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया। प्राथमिक जांच में यह साफ हुआ कि उन्हें जहरखुरानी गिरोह का निशाना बनाया गया था, जो आमतौर पर लंबी दूरी की ट्रेनों में यात्रियों को नशीला पदार्थ खिलाकर लूटपाट करता है।
घटना की सूचना मिलते ही पूर्व विधायक मनोज सिंह डब्लू भी तत्काल अस्पताल पहुंचे। उन्होंने चिकित्सकों से मुलाकात कर अपने पिता की हालत की जानकारी ली। बाद में उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट साझा करते हुए बताया कि उनके पिता की हालत अब स्थिर है और वे खतरे से बाहर हैं। साथ ही उन्होंने रेल यात्रियों से सतर्क रहने की अपील भी की, खासकर अनजान सहयात्रियों से खाने-पीने की वस्तुएं लेने से बचने की चेतावनी दी।
फिलहाल GRP ने मामला दर्ज कर लिया है और आरोपी की तलाश शुरू कर दी गई है। रेलवे पुलिस आस-पास के स्टेशनों और सीसीटीवी फुटेज की मदद से छानबीन कर रही है। हालांकि अभी तक आरोपी की पहचान नहीं हो सकी है, लेकिन पुलिस को उम्मीद है कि जल्द ही उसे गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
इस घटना ने ट्रेनों में यात्रियों की सुरक्षा व्यवस्था और निगरानी तंत्र पर गंभीर प्रश्नचिन्ह खड़े कर दिए हैं। देशभर में लगातार बढ़ रही ऐसी घटनाओं को देखते हुए यात्रियों में भी चिंता का माहौल है। यात्रियों की सुरक्षा के लिए रेलवे को और अधिक सख्ती और निगरानी व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता है।