Thu, 11 Sep 2025 12:33:54 - By : Garima Mishra
चंदौली जिले के बाबा कीनाराम स्वायत्तशासी राज्य चिकित्सा महाविद्यालय ने कैंसर उपचार सेवाओं में एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। यहां मंगलवार को स्तन कैंसर की एक जटिल शल्यक्रिया मॉडिफाइड रेडिकल मास्टेक्टॉमी (एमआरएम) सफलता पूर्वक की गई। इस सर्जरी को नए अस्पताल भवन में स्थापित अत्याधुनिक मॉड्यूलर ऑपरेशन थिएटर में नवीनतम उपकरणों और गैजेट्स की मदद से अंजाम दिया गया। इस सफलता के साथ जिले में कैंसर रोगियों को अब स्थानीय स्तर पर इलाज की नई सुविधा उपलब्ध हो गई है।
अब तक कैंसर के मरीजों को वाराणसी या अन्य बड़े शहरों में जाना पड़ता था, लेकिन इस सुविधा की शुरुआत से चंदौली और आसपास के क्षेत्रों के मरीजों को राहत मिलेगी। यहां तक कि बिहार से भी आने वाले मरीज अब इस चिकित्सा सेवा का लाभ उठा सकेंगे।
महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. अमित सिंह ने बताया कि स्तन कैंसर की सर्जरी बेहद चुनौतीपूर्ण होती है और इसे सफलतापूर्वक अंजाम देना संस्थान के लिए गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि अब तक ऐसे मामलों को उच्च स्तरीय चिकित्सा केंद्रों पर रेफर करना पड़ता था, लेकिन अब स्थानीय स्तर पर ही मरीजों का इलाज संभव है।
इस शल्यक्रिया को सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आलोक त्रिपाठी के नेतृत्व में डॉ. रोहित कुमार सिंह, डॉ. प्रवीण और डॉ. सोहम की टीम ने अंजाम दिया। वहीं, एनेस्थीसिया विभाग से डॉ. अजय और उनकी टीम ने महत्वपूर्ण सहयोग प्रदान किया।
प्राचार्य ने यह भी बताया कि मेडिकल कॉलेज में हाल ही में स्थापित नई लेप्रोस्कोपिक मशीन से प्रतिदिन लगभग 10 मिनिमली इनवेसिव सर्जरी की जा रही हैं। इनमें से अधिकांश पित्ताशय की पथरी यानी गॉलब्लैडर स्टोन की सर्जरी होती है। संस्थान का लक्ष्य है कि इसे जल्द ही सेंटर ऑफ एक्सीलेंस के रूप में विकसित किया जाए, ताकि हर विभाग में अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग करके मरीजों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा सकें।