Sat, 20 Sep 2025 11:30:38 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली: चकिया और शहाबगंज पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को एक अंतरप्रांतीय बाइक चोर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने गिरोह के चार सदस्यों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से चोरी की दस मोटरसाइकिलें बरामद की हैं, जबकि गिरोह का एक सदस्य मौके से फरार हो गया। बरामद की गई बाइकों में कई ऐसी थीं, जो वाराणसी के पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से चोरी की गई थीं।
पुलिस लाइन में मामले का खुलासा करते हुए अपर पुलिस अधीक्षक अनंत चंद्रशेखर ने बताया कि एसपी आदित्य लांग्हे के निर्देश पर जिले में अपराध और विशेषकर संरक्षित पशुओं की तस्करी पर रोक लगाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। इसी अभियान के तहत चकिया थानाध्यक्ष अर्जुन सिंह और शहाबगंज थानाध्यक्ष अशोक कुमार मिश्र की टीम को सूचना मिली कि दो युवक चोरी की बाइक लेकर आ रहे हैं। टीम ने सिकंदरपुर तिराहे पर चेकिंग शुरू की, जहां एक बाइक पर सवार दो युवक आते दिखे। पुलिस ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो पीछे बैठा युवक भागने में सफल हो गया, जबकि चालक को मौके पर पकड़ लिया गया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान पिपराकला थाना बबुरी निवासी सचिन के रूप में हुई। पूछताछ में उसने कबूल किया कि बीस दिन पहले उसने पं. दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन से बाइक चोरी की थी और नंबर प्लेट बदलकर उसका इस्तेमाल कर रहा था। भागने वाले युवक की पहचान छोटेलाल निवासी पिपरीकला थाना बबुरी के रूप में की गई। सचिन ने बताया कि वह और उसके साथी मिलकर संगठित रूप से बाइक चोरी करते हैं और उन्हें बेचकर कमाई करते हैं।
सचिन की निशानदेही पर पुलिस ने गिरोह के अन्य तीन सदस्यों, परवेज मुशर्रफ उर्फ आजाद निवासी भीषमपुर थाना चकिया, विजय कुमार निवासी पिपराकला थाना बबुरी और दीपक कुमार निवासी पिपरीकला थाना बबुरी को गिरफ्तार किया। चारों की निशानदेही पर पुलिस ने छिपाकर रखी गई दस चोरी की मोटरसाइकिलें बरामद कीं। इनमें से सात बाइकें चालू हालत में मिलीं, जबकि दो आंशिक रूप से खोली गई थीं और एक पूरी तरह पार्ट्स में बदल दी गई थी।
एएसपी अनंत चंद्रशेखर ने बताया कि गिरोह का मुख्य ठिकाना गौडिहार स्थित परवेज मुशर्रफ का गैराज था। चोरी की गई बाइकों को यहां लाकर छिपाया जाता था और फिर कम दामों में बेच दिया जाता था। कई बार किसी बाइक की मरम्मत कराने आने वाले ग्राहकों की गाड़ियों में चोरी की बाइकों के पार्ट्स लगा दिए जाते थे। यह भी खुलासा हुआ है कि सचिन वर्ष 2018 में राजस्थान घूमने गया था और वहां से भी एक बाइक चोरी कर लाया था, जिसे वह अब तक नंबर प्लेट बदलकर चला रहा था।
पुलिस ने बताया कि गिरोह संगठित तरीके से राजस्थान और चंदौली सहित आसपास के जिलों में सक्रिय था। फिलहाल फरार आरोपी की तलाश तेज कर दी गई है और पकड़े गए चारों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है।