Sat, 29 Nov 2025 22:35:47 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
चंदौली: नगर में 23 नवंबर की रात हुए चर्चित छोटू हत्याकांड के मुख्य आरोपी रितेश और पुलिस के बीच शनिवार देर रात मुठभेड़ हो गई। यह कार्रवाई तब हुई जब पुलिस को सूचना मिली कि फरार चल रहा रितेश क्षेत्र से भागने की फिराक में रेलवे स्टेशन की ओर देखा गया है। करीब दो बजे सैयदराजा व चंदौली पुलिस की संयुक्त टीम ने कल्याणपुर के पास रेलवे लाइन पर घेराबंदी की, तभी अचानक रितेश ने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। उसकी गोली आरक्षी विष्णु दत्त प्रजापति के दाहिने हाथ को छूते हुए निकल गई। जवाबी कार्रवाई में पुलिस की गोली रितेश के पैर में लगी और वह मौके पर ही गिर पड़ा। बाद में उसे दबोच लिया गया।
घायल आरोपी को बरहनी सीएचसी ले जाया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद उसे वाराणसी ट्रॉमा सेंटर रेफर कर दिया गया। वहीं घायल आरक्षी का इलाज सीएचसी में जारी है। रितेश के पास से एक तमंचा और दो जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।
काजीपुर में दोस्ती, विवाद और योजनाबद्ध हत्या
सैयदराजा थाना क्षेत्र के काजीपुर और आसपास के गांवों में इस हत्याकांड ने गहरी हलचल मचा दी थी। सोगाई गांव निवासी रामबली का 21 वर्षीय बेटा पीयूष उर्फ छोटू सिंह 23 नवंबर की शाम अपने भाई विनायक के साथ बाइक से बगही–कुंभापुर ओवरब्रिज के पास गुजर रहा था। तभी काजीपुर निवासी विनय और उसके भाई से बाइक साइड को लेकर मामूली विवाद हुआ, जो कुछ ही देर में हाथापाई में बदल गया। छोटू और उसके भाई ने विनय पक्ष की पिटाई भी की।
इसी अपमान ने विनय के मन में बदले की आग भर दी। उसने रात में ही अपने छह दोस्तों को हत्या की साजिश में शामिल कर लिया। शराब दुकान के पास चखना बेचने वाले दिलीप को छोटू की हर गतिविधि बताने की जिम्मेदारी दी गई। सभी ने शराब पीकर प्लान तैयार किया और रात 11:30 बजे जैसे ही छोटू वहां पहुंचा, दिलीप ने सूचना दे दी।
इसके बाद विनय और उसके साथियों ने लाठी–डंडों और शराब की बोतलों से छोटू पर ताबड़तोड़ हमला कर दिया। हमले की नृशंसता इस कदर थी कि छोटू की मौके पर ही मौत हो गई।
पांच आरोपी पहले ही गिरफ्तार, रितेश था फरार
घटना के बाद पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 23 नवंबर को ही पांच आरोपियों-दिलीप, अमित कुमार, मनीष कुमार, विमलेश कुमार और विजय को गिरफ्तार कर लिया था। उनकी निशानदेही पर घटना में इस्तेमाल लाठी, टूटी बोतलें और अन्य साक्ष्य भी बरामद किए गए।
मुख्य आरोपी रितेश फरार था, जिसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार दबिश दी जा रही थी। पुलिस को इनपुट मिला था कि वह दूसरे प्रदेश भागने की कोशिश में है, जिसके बाद बिछाए जाल ने शनिवार रात उसे घेर लिया।
“अपराधियों के लिए कोई जगह नहीं”, पुलिस
सीओ सदर देवेंद्र कुमार ने बताया कि पुलिस की घेराबंदी देखते ही आरोपी ने खुद को बचाने के लिए फायरिंग शुरू कर दी, जिसमें आरक्षी घायल हो गया। जवाबी कार्रवाई में रितेश को गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कहा कि चंदौली पुलिस अपराधियों के लिए सख्त संदेश दे रही है – “शांति व्यवस्था को चुनौती देने वालों के खिलाफ कार्रवाई लगातार जारी रहेगी।”
फिलहाल छोटू की हत्या से जुड़ा यह मामला गिरफ्तारी के बाद लगभग अंतिम चरण में माना जा रहा है। पुलिस अब सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश कर आगे की कानूनी कार्रवाई पूरी करेगी।