सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ आज से शुरू, श्रद्धालु रखेंगे 36 घंटे का निर्जला व्रत

सूर्य देव की उपासना का महापर्व छठ आज से आरंभ, चार दिवसीय व्रत में श्रद्धालु 36 घंटे का निर्जला उपवास रखेंगे।

Sat, 25 Oct 2025 11:28:03 - By : Shriti Chatterjee

सूर्य देव की उपासना के महापर्व छठ का आरंभ आज से हो गया है। यह पर्व बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड और नेपाल के कुछ हिस्सों में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। चार दिनों तक चलने वाले इस महापर्व में श्रद्धालु सूर्य देव की आराधना और आशीर्वाद प्राप्ति के लिए विशेष नियमों और अनुष्ठानों का पालन करते हैं।

इस वर्ष श्रद्धालु आज से 36 घंटे का निर्जला व्रत रखेंगे। इस दौरान वे किसी भी प्रकार का भोजन या जल ग्रहण नहीं करेंगे। यह व्रत शुद्धता, भक्ति और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। व्रत के दौरान श्रद्धालु नदी या तालाब में खड़े होकर सूर्य देव की पूजा करते हैं, भजन गाते हैं और आशीर्वाद की प्रार्थना करते हैं।

छठ महापर्व चार चरणों में मनाया जाता है। पहले दिन नहाय खाय में श्रद्धालु पवित्र जल में स्नान कर साधारण भोजन तैयार करते हैं। दूसरे दिन लोहंडा और खरना में दिनभर व्रत रखने के बाद संध्या में साधारण भोजन करते हैं। तीसरे दिन संध्या अर्घ्य में सूर्यास्त के समय जल में खड़े होकर सूर्य देव को अर्घ्य अर्पित किया जाता है और परंपरागत भजन गाए जाते हैं। चौथे दिन उषा अर्घ्य के दौरान उगते सूर्य को अर्घ्य देकर व्रत समाप्त किया जाता है।

छठ पर्व अपने धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए जाना जाता है। यह केवल भक्ति का प्रतीक नहीं है बल्कि पर्यावरण संरक्षण और सामुदायिक सहयोग का भी संदेश देता है। घाटों की सफाई, सजावट और अनुष्ठानों का पालन कर लोग इस पर्व को मनाते हैं। प्रशासन और स्थानीय समाज भी श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा के लिए विशेष इंतजाम करते हैं।

छठ 2025 के आरंभ के साथ ही वातावरण में भक्ति की गूंज सुनाई दे रही है। यह पर्व समुदायों को एकजुट करता है और पीढ़ियों को जोड़ता है, जबकि प्रकृति और सूर्य देव के प्रति श्रद्धा और आस्था को मजबूत बनाता है।

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