Thu, 19 Jun 2025 21:52:35 - By : SANDEEP KR SRIVASTAVA
कानपुर: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से लोक निर्माण विभाग (PWD) की कार्ययोजना बैठक की अध्यक्षता की। यह बैठक कानपुर नगर के मंडलायुक्त कार्यालय के कैंप कार्यालय में आयोजित की गई थी, जिसमें प्रदेश के विभिन्न जनप्रतिनिधि और उच्चाधिकारी उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री द्वारा बुलाई गई इस समीक्षा बैठक का उद्देश्य था कि अधूरी परियोजनाओं की प्रगति सुनिश्चित हो, और शहर की आवश्यकताओं के अनुरूप विकास कार्यों की योजना प्राथमिकता से बनाई जाए।
बैठक के दौरान कानपुर के पनकी क्षेत्र से विधायक सुरेंद्र मैथानी ने मुख्यमंत्री के समक्ष कानपुर की विकास योजनाओं को मजबूती देने के लिए 22 सड़कों और 3 नए पुलों के निर्माण का विस्तृत प्रस्ताव प्रस्तुत किया। उन्होंने विशेष रूप से पनकी पढ़ाओ क्रॉसिंग पर एक अत्यावश्यक पुल, पनकी धाम रेलवे स्टेशन के ऊपर एक पुल, तथा मरियमपुर से होते हुए फजलगंज, चावला मार्केट, नंदलाल चौराहा और सचान चौराहा को सीधे हाईवे से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण पुल का प्रस्ताव दिया। इस पुल के निर्माण से न केवल ट्रैफिक व्यवस्था में सुधार होगा, बल्कि एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी भी बेहतर होगी। विधायक मैथानी ने आग्रह किया कि इस विशेष परियोजना को तत्काल स्वीकृति प्रदान कर टेंडर प्रक्रिया में शामिल किया जाए ताकि शहरवासियों को शीघ्र लाभ मिल सके।
विधायक के इस महत्वपूर्ण प्रस्ताव को बैठक में गंभीरता से सुना गया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिए कि सभी परियोजनाओं की व्यवहार्यता का तत्काल परीक्षण किया जाए और जिन योजनाओं से जनहित को सीधा लाभ होगा, उन्हें प्राथमिकता पर लिया जाए।
बैठक में सांसद रमेश अवस्थी, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, विधायक नीलिमा कटियार, महेश त्रिवेदी, सरोज कुरील, सलिल बिश्नोई सहित कई जनप्रतिनिधियों ने भी अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं व प्रस्तावों को सामने रखा। प्रशासनिक स्तर पर मंडलायुक्त विजयेंद्र पांडियन, जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह, मुख्य विकास अधिकारी दीक्षा जैन और पीडब्ल्यूडी के वरिष्ठ अधिकारीगण भी बैठक में शामिल रहे।
इस बैठक ने न केवल कानपुर की अधूरी परियोजनाओं को गति देने का मार्ग प्रशस्त किया, बल्कि शहर के भविष्य की योजनाओं को दिशा देने के लिए एक ठोस आधार भी प्रदान किया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए सुझावों पर अमल में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए और एक तय समय सीमा के भीतर काम की प्रगति जनता के सामने लाई जाए।
बैठक का समापन जनकल्याण और क्षेत्रीय विकास की भावना के साथ हुआ, जहां जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों ने शहर की बेहतरी के लिए समन्वय के साथ काम करने का संकल्प दोहराया।